भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मुकाबले हमेशा रोमांच और भावनाओं से भरे रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी था जब दोनों देशों के खिलाड़ी एक साथ एक ही टीम में खेले थे? यह कहानी है साल 1996 की, जब भारत-पाकिस्तान की संयुक्त टीम ने श्रीलंका में एक विशेष मैच खेला था। इस मैच का उद्देश्य था — सुरक्षा, एकजुटता और खेल के माध्यम से शांति का संदेश देना।
उस समय श्रीलंका में आतंकी हमलों की वजह से हालात तनावपूर्ण थे। ऐसे माहौल में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने मिलकर एक संयुक्त एशिया इलेवन टीम बनाई और श्रीलंका इलेवन के खिलाफ खेला। यह कदम खेल जगत के लिए एक मिसाल था, जिसने यह दिखाया कि जब राजनीति और सीमाएं दीवार खड़ी कर देती हैं, तब खेल इन दीवारों को गिरा सकता है।
इस मैच में कई दिग्गज खिलाड़ी मैदान पर उतरे थे — भारत से सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद अज़हरुद्दीन, अनिल कुंबले, और पाकिस्तान से वसीम अकरम, सईद अनवर, वकार यूनुस जैसे सितारे शामिल थे। दिलचस्प बात यह रही कि इस मैच में एक पल ऐसा भी आया जब वसीम अकरम की गेंद पर सचिन तेंदुलकर ने शानदार कैच पकड़ा। यह नज़ारा दर्शकों के लिए बेहद अनोखा था — जहां मैदान पर भारत-पाक के खिलाड़ी एक-दूसरे के खिलाफ नहीं, बल्कि एक साथ खेल रहे थे।
मैच का नतीजा भले ही इतिहास के पन्नों में खो गया हो, लेकिन उस दिन खेल ने एक गहरा संदेश दिया था — कि क्रिकेट सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि दो देशों के बीच रिश्तों को जोड़ने वाला पुल है।
आज जब भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और व्यावसायिक तनाव के कारण क्रिकेट मुकाबले सीमित हो गए हैं, तब यह मैच एक यादगार उदाहरण बनकर सामने आता है। हाल ही में हुए एशिया कप में भी यह साफ दिखाई दिया कि खेल पर राजनीति का असर कितना गहरा हो सकता है।
1996 का वह मैच आज भी इस बात का प्रमाण है कि जब खिलाड़ी सीमाओं से ऊपर उठकर खेलते हैं, तो क्रिकेट सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज, संस्कृति और भाईचारे का प्रतीक बन जाता है।
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