India-China: पूर्वी लद्दाख को लेकर भारत-चीन की सैन्य वार्ता, स्थिति में सुधार पर चर्चा


 भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव को कम करने के लिए सैन्य बातचीत का सिलसिला जारी है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच कोर कमांडर स्तर की 23वीं बैठक आयोजित की गई, जिसमें सीमा प्रबंधन और विवादित क्षेत्रों में शांति बनाए रखने पर विस्तार से चर्चा हुई। चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस वार्ता में दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से आगे संवाद जारी रखने पर जोर दिया।

सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए प्रयास जारी

2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से एलएसी पर तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। कई दौर की वार्ताओं के बाद भी पूर्ण रूप से सैनिकों की वापसी और स्थिति सामान्य होने की प्रक्रिया अभी जारी है। इस बैठक में भारत और चीन ने मौजूदा संवेदनशील क्षेत्रों में सैन्य गतिविधियों को नियंत्रित रखने और किसी भी गलतफहमी से बचने पर सहमति जताई।

चीनी मंत्रालय का दावा—रचनात्मक वार्ता

चीनी रक्षा मंत्रालय की ओर से बयान जारी कर यह दावा किया गया कि बातचीत रचनात्मक और सकारात्मक माहौल में हुई। चीन ने कहा कि दोनों देशों को सीमा क्षेत्रों में स्थिरता बनाए रखने और द्विपक्षीय संबंधों को पटरी पर लाने के लिए मिलकर प्रयास करने चाहिए।

चीन की ओर से यह भी कहा गया कि सीमा विवाद को बातचीत के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है और दोनों सेनाओं को जमीनी स्तर पर आपसी भरोसा बढ़ाने के कदम उठाने होंगे।

भारत की स्पष्ट स्थिति

भारतीय पक्ष ने भी बार-बार यह दोहराया है कि सीमा पर शांति और स्थिरता दोनों देशों के रिश्तों के लिए सबसे बुनियादी शर्त है। भारत इस बात पर कायम है कि जितना जल्दी हो सके, दोनों सेनाएं विवादित स्थलों से पूर्ण रूप से पीछे हटें और पूर्व की स्थिति बहाल की जाए। भारतीय अधिकारियों ने बातचीत के दौरान एलएसी पर सैनिकों की तैनाती कम करने और तनाव कम करने के उपायों पर जोर दिया।

आगे भी जारी रहेगा संवाद का दौर

भारतीय और चीनी सेनाओं ने यह स्वीकार किया कि सीमा पर शांति बहाल करने के लिए नियमित बैठकों और कूटनीतिक संपर्क को जारी रखना अत्यंत आवश्यक है। आने वाले दिनों में स्थिति की समीक्षा कर आगे की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ