IMC 2025: 500 स्टार्टअप्स और 300 निवेशक होंगे आमने-सामने, एआई, सैटकॉम और साइबर सिक्योरिटी पर रहेगा जोर


 India Mobile Congress (IMC) 2025 का आयोजन इस बार डिजिटल टेक्नोलॉजी और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इसके पहले कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने देश के डिजिटल भविष्य का रोडमैप पेश किया और बताया कि इस साल के सम्मेलन में सैटकॉम (SATCOM), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और साइबर सिक्योरिटी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष फोकस किया जाएगा।

मंत्री ने बताया कि इस वर्ष IMC 2025 में लगभग 500 स्टार्टअप कंपनियां हिस्सा लेंगी और लगभग 300 निवेशक उनसे सीधे संवाद करेंगे। इससे नई टेक्नोलॉजी और नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा और स्टार्टअप्स को अपने आइडियाज और प्रोडक्ट्स को निवेशकों के सामने पेश करने का सुनहरा मौका मिलेगा।

सम्मेलन का उद्देश्य और थीम

IMC 2025 का मुख्य उद्देश्य भारत को डिजिटल नवाचार और टेक्नोलॉजी हब के रूप में स्थापित करना है। इस बार सम्मेलन में विशेष रूप से तीन क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा:

  1. सैटकॉम (SATCOM) – देश में सैटेलाइट कम्युनिकेशन को बढ़ावा देने और दूरदराज के क्षेत्रों में डिजिटल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने पर चर्चा।

  2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) – एआई आधारित समाधान और नवाचार, जिससे उद्योग और शिक्षा के क्षेत्रों में सुधार हो सके।

  3. साइबर सिक्योरिटी – डिजिटल इंडिया के बढ़ते नेटवर्क और डेटा की सुरक्षा को सुनिश्चित करना।

स्टार्टअप्स और निवेशकों का अहम रोल

इस सम्मेलन में स्टार्टअप्स को अपने प्रोडक्ट और तकनीकी समाधान प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। वहीं, निवेशक नई तकनीकों में निवेश करने और भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत बनाने पर विचार-विमर्श करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह मंच स्टार्टअप्स और निवेशकों के बीच डायरेक्ट कम्युनिकेशन का शानदार अवसर है।

IMC 2025 से उम्मीदें

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह भी कहा कि IMC 2025 न केवल टेक्नोलॉजी और निवेश का मंच है, बल्कि यह भारत के डिजिटल भविष्य का रोडमैप भी तैयार करेगा। सम्मेलन के माध्यम से नई तकनीकों को अपनाने और देश में डिजिटल इंडिया के विजन को साकार करने में मदद मिलेगी।

इस बार IMC 2025 में स्टार्टअप इनोवेशन, निवेश, तकनीकी चर्चाएँ और नेटवर्किंग के अवसर सभी प्रतिभागियों के लिए उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही, भारत की डिजिटल तकनीकी प्रगति और वैश्विक स्तर पर उसकी अहमियत भी उजागर होगी।

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