Health Tips: फल खाएं, लेकिन सोच-समझकर! बेमौसम फल बन सकते हैं सेहत के लिए खतरा


 हम सभी जानते हैं कि फल (Fruits) हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी हैं। इनमें मौजूद विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। डॉक्टर भी रोजाना फलों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गलत फल चुनना या बेमौसम फल खाना आपकी सेहत को फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है?

बेमौसम फलों का बढ़ता खतरा

बाजार में अब सालभर लगभग हर फल मिल जाता है। यह सुनने में जितना बेहतर लगता है, उतना ही जोखिम भरा भी है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि:

  • कई बेमौसम फल रसायनों (chemicals), पेस्टीसाइड्स और आर्टिफिशियल रिपनिंग एजेंट्स के इस्तेमाल से तैयार होते हैं।

  • इन्हें जल्दी पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड या एथिलीन गैस का प्रयोग किया जाता है।

  • उत्पादन बढ़ाने के चक्कर में कई बार अत्यधिक हार्मोन और रासायनिक खाद का भी इस्तेमाल किया जाता है।

ये सभी तत्व शरीर में जाकर पाचन संबंधी समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन, और लंबे समय में क्रॉनिक बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।

सीजनल फल ही क्यों ज्यादा फायदेमंद?

प्रकृति हर मौसम के अनुसार हमारा खानपान तय करती है। जैसे:

  • गर्मी के फल (तरबूज, खरबूज, आम) शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी नहीं होने देते

  • सर्दी के फल (संतरा, अमरूद, सेब) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते

  • बरसात में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट वाले फल संक्रमण से बचाते

इसी वजह से मौसम के अनुसार उगने वाले फल नेचुरली पौष्टिक और शरीर के अनुरूप होते हैं।

फलों की खरीदारी में ध्यान रखने योग्य बातें

फल चुनते या खरीदते समय ये सावधानियां जरूर रखें:

 हमेशा ऐसे फल लें जिनके रंग और आकार प्राकृतिक लगें
 बहुत ज्यादा चमकदार और बड़े आकार के फलों से बचें
 कटे और पैक्ड फलों के बजाय पूरे फल चुनें
संभव हो तो स्थानीय किसान बाजार से फल लें
फल खाते समय इन्हें अच्छी तरह धोकर ही सेवन करें

किसके लिए सावधानी ज्यादा जरूरी?

  • गर्भवती महिलाएं

  • छोटे बच्चे

  • बुजुर्ग

  • एलर्जी या पेट संबंधी समस्या वाले लोग

इन लोगों के लिए बेमौसम और रसायनयुक्त फल और भी जोखिम भरे हो सकते हैं।

निष्कर्ष:
फल खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन हमेशा मौसमी और ताजे फल ही चुनें। इससे न केवल आपको अधिक पोषण मिलेगा बल्कि शरीर को संभावित हानिकारक रसायनों से भी सुरक्षा मिलेगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ