दिवाली 2025 आते ही घरों में पकवानों की खुशबू फैलने लगती है — समोसे, कचौरी, मिठाइयां और तरह-तरह के तले-भुने व्यंजन त्योहार की शान बन जाते हैं। लेकिन अक्सर यही स्वादिष्ट पकवान
पाचन तंत्र पर भारी पड़ जाते हैं, जिससे गैस, पेट दर्द, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसलिए, दिवाली की खुशियों को बिना किसी असहजता के मनाने के लिए जरूरी है कि हम अपनी
डाइट, हाइड्रेशन और रूटीन पर थोड़ी सजगता बरतें।
त्योहारों में क्यों बिगड़ता है पाचन?
त्योहारों के दौरान हम सामान्य से अधिक तले, मसालेदार और मीठे भोजन का सेवन करते हैं। साथ ही, देर रात तक जागना, कम पानी पीना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी भी डाइजेशन सिस्टम को कमजोर कर देती है। ये सभी कारण मिलकर पेट में गैस, भारीपन और असहजता पैदा करते हैं।
पाचन को मजबूत बनाए रखने के आसान उपाय
1. सुबह की शुरुआत गुनगुने पानी और नींबू से करें
गुनगुना पानी मेटाबॉलिज्म को एक्टिव करता है और नींबू शरीर को डिटॉक्स करता है। इससे दिनभर की पाचन प्रक्रिया बेहतर रहती है।
2. ओवरईटिंग से बचें
त्योहारों में तरह-तरह के व्यंजन देखकर बार-बार खाना स्वाभाविक है, लेकिन याद रखें कि कम खाएं, बार-बार नहीं। ओवरईटिंग पाचन को धीमा कर देती है और एसिडिटी बढ़ाती है।
3. हाइड्रेशन बनाए रखें
दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी और हर्बल टी पीएं। पुदीना, अदरक या सौंफ की चाय पेट को ठंडक और राहत देती है।
4. घर के बने हेल्दी स्नैक्स चुनें
बाजार के तले स्नैक्स की बजाय भुने चने, सूखे मेवे, बेक्ड नमकीन या रागी चिप्स जैसे विकल्प अपनाएं। ये स्वादिष्ट होने के साथ सेहतमंद भी हैं।
5. हल्की वॉक या योग जरूर करें
त्योहारों में एक्टिव रहना जरूरी है। भोजन के 30 मिनट बाद हल्की वॉक या योगासन करने से पाचन बेहतर होता है और एनर्जी बनी रहती है।
इन घरेलू उपायों से भी मिलेगी राहत
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सौंफ या अजवाइन चबाना पेट को आराम देता है।
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छाछ में काला नमक और जीरा पाउडर मिलाकर पीना पाचन सुधारता है।
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गुनगुने पानी में शहद मिलाकर लेने से गैस और भारीपन कम होता है।
त्योहार का असली आनंद – स्वस्थ शरीर के साथ
दिवाली की रोशनी तभी सच्चा आनंद देती है जब आप खुद ऊर्जावान और हल्का महसूस करें। इसलिए इस बार दिवाली पर सिर्फ घर को ही नहीं, अपने शरीर को भी चमकदार बनाएं —
“संतुलित खाएं, मुस्कुराएं और हेल्दी दिवाली मनाएं।”
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