दिवाली का असली अनुभव
दिवाली केवल घर की सजावट और पटाखों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक आत्मा का उत्सव है। अगर आप इस बार दिवाली को और खास बनाना चाहते हैं तो क्यों न घर से बाहर निकलकर उन शहरों की यात्रा की जाए, जहां दीपों की रोशनी और परंपराओं का संगम दिवाली को अविस्मरणीय बना देता है।
1. वाराणसी – देव दीपावली का अद्भुत नजारा
वाराणसी में दिवाली का जश्न सिर्फ एक दिन तक सीमित नहीं होता। यहां गंगा किनारे दीयों की कतारें जगमगाती हैं और घाटों पर देव दीपावली का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है। हजारों दीयों से सजी काशी की शाम दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है।
2. अयोध्या – दीपोत्सव की भव्यता
अयोध्या की दिवाली तो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो चुकी है। राम की पैड़ी पर लाखों दीयों की रोशनी और भव्य शोभायात्रा देखने लायक होती है। दीपोत्सव 2025 में फिर से नया कीर्तिमान बनने की उम्मीद है। अयोध्या का माहौल दिवाली की असली आत्मा को महसूस कराता है।
3. जयपुर – गुलाबी नगरी की जगमगाहट
राजस्थान की राजधानी जयपुर दिवाली पर सुनहरे सपनों की तरह जगमगाती है। बाजारों में रोशनी की सजावट, महलों और किलों पर झिलमिलाती झालरें शहर को किसी मेले में बदल देती हैं। यहां शॉपिंग और पारंपरिक मिठाइयों का स्वाद आपकी दिवाली को और खास बना देगा।
4. अमृतसर – स्वर्ण मंदिर का प्रकाश उत्सव
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर दिवाली की रात जगमगाते दीयों और आतिशबाज़ी से अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। पानी में झिलमिलाती रोशनी का प्रतिबिंब हर किसी के मन को मोह लेता है। यहां की दिवाली धार्मिक आस्था और खूबसूरती का अनोखा संगम है।
5. कोलकाता – काली पूजा और दिवाली
कोलकाता में दिवाली का रंग अलग होता है। यहां देवी काली की पूजा और भव्य सजावट दिवाली को खास बनाती है। पंडाल, रोशनी और पटाखों का जश्न शहर को त्योहार की रौनक से भर देता है।
निष्कर्ष
अगर आप दिवाली 2025 को सिर्फ घर की चारदीवारी में मनाने के बजाय कहीं बाहर जाकर जीना चाहते हैं, तो इन शहरों का सफर आपके लिए एक यादगार अनुभव बन सकता है। वाराणसी, अयोध्या, जयपुर, अमृतसर और कोलकाता — ये पांचों शहर इस त्योहार को अपने-अपने अनोखे अंदाज में जीते हैं।
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