Dehradun Kumbh 2025: भीड़ नियंत्रण के लिए लगाए जाएंगे भीड़ घनत्व सेंसर, संवेदनशील क्षेत्रों की होगी जियो-फेंसिंग

टेक्नोलॉजी के ज़रिए सुरक्षित कुंभ की तैयारी

देहरादून में होने वाले कुंभ मेला 2025 की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। इस बार प्रशासन भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा ले रहा है। मेला क्षेत्र में IoT आधारित भीड़ घनत्व सेंसर (Crowd Density Sensors) लगाए जाएंगे, जो किसी भी स्थान पर भीड़ बढ़ते ही रीयल टाइम अलर्ट प्रशासन को भेजेंगे। साथ ही, संवेदनशील स्थानों की जियो-फेंसिंग (Geo-Fencing) भी की जाएगी ताकि किसी भी आपात स्थिति में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

कैसे काम करेंगे भीड़ घनत्व सेंसर

आईओटी (Internet of Things) तकनीक पर आधारित ये सेंसर मेला क्षेत्र में लगाए जाएंगे। ये सेंसर लगातार लोगों की गतिविधि, संख्या और घनत्व को मॉनिटर करते रहेंगे।

यदि किसी क्षेत्र में भीड़ एक तय सीमा से अधिक हो जाती है, तो

सेंसर तुरंत कंट्रोल रूम और पुलिस विभाग को अलर्ट भेज देंगे।
इससे सुरक्षा बल तुरंत एक्शन लेकर भीड़ को विभाजित या डायवर्ट कर सकेंगे, जिससे किसी भी तरह की भगदड़ या हादसे की स्थिति से बचा जा सके।


जियो-फेंसिंग से बढ़ेगी निगरानी

भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ प्रशासन ने संवेदनशील लोकेशनों की जियो-फेंसिंग करने का भी निर्णय लिया है। जियो-फेंसिंग के तहत पूरे क्षेत्र को डिजिटल सीमाओं (Virtual Boundaries) में बांटा जाएगा।

किसी व्यक्ति या समूह के इन सीमाओं को पार करते ही

सिस्टम स्वतः अलर्ट जारी कर देगा।
यह तकनीक विशेष रूप से घाटों, स्नान स्थलों और प्रमुख मंदिरों के आस-पास लागू की जाएगी ताकि अनधिकृत प्रवेश और भीड़-भाड़ से बचा जा सके।


24x7 कंट्रोल रूम और निगरानी प्रणाली

कुंभ क्षेत्र में एक 24 घंटे सक्रिय कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है, जहां से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। कंट्रोल रूम में लगे हाई-रेज़ोल्यूशन कैमरे और भीड़ सेंसर के डेटा के आधार पर प्रशासन रीयल टाइम फैसले ले सकेगा।

प्रशासन की तैयारी और उद्देश्य

देहरादून प्रशासन का कहना है कि इस बार कुंभ मेला पूरी तरह “स्मार्ट और सुरक्षित” होगा।
जिला अधिकारी ने बताया कि तकनीक का उद्देश्य केवल भीड़ प्रबंधन नहीं, बल्कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और अनुभव को बेहतर बनाना है। इसके लिए ड्रोन सर्विलांस, फेस रिकग्निशन कैमरे और डिजिटल मैपिंग जैसी तकनीकों का भी उपयोग किया जाएगा।

निष्कर्ष

देहरादून कुंभ मेला 2025, आस्था और तकनीक का संगम बनने जा रहा है। भीड़ घनत्व सेंसर और जियो-फेंसिंग जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं न केवल सुरक्षा को सशक्त करेंगी, बल्कि यह सुनिश्चित करेंगी कि लाखों श्रद्धालु शांति और सुविधा के साथ अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे कर सकें।

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