Chhath Prasad Benefits: छठ के प्रसाद में छिपे हैं औषधीय गुण, हर चीज है ‘अमृत’ के समान


 दिवाली का त्योहार खत्म होते ही बिहार, उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। इस वर्ष छठ 27 और 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी। छठ पूजा केवल सूर्य उपासना का पर्व ही नहीं है, बल्कि यह परंपरा और स्वास्थ्य दोनों से जुड़ा हुआ है। छठ के दौरान चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में न सिर्फ धार्मिक महत्व है, बल्कि इनमें औषधीय और स्वास्थ्यवर्धक गुण भी छिपे हुए हैं।

1. ठेकुआ (Thekua) – ऊर्जा और पाचन के लिए लाभकारी

छठ पूजा का मुख्य प्रसाद ठेकुआ होता है। यह गेहूं के आटे, गुड़ और घी से बनता है।

  • ऊर्जा का स्रोत: ठेकुआ में मौजूद गुड़ और घी शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं।

  • पाचन में सहायक: गुड़ में फाइबर और मिनरल्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं।

  • हृदय के लिए फायदेमंद: प्राकृतिक मिठास और संतुलित तेल के कारण यह दिल के लिए सुरक्षित माना जाता है।

2. सूप (Sattu) – पोषण और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

छठ प्रसाद में सूप या सत्तू का प्रयोग भी होता है। इसमें कई तरह के अदरक, मिश्री और सूखे मेवे मिलाए जाते हैं।

  • पाचन शक्ति बढ़ाए: अदरक और सत्तू मिलकर पेट की गैस और अपच को दूर करते हैं।

  • ऊर्जा और प्रोटीन: सत्तू प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, जो शरीर को ताकत देता है।

  • डिटॉक्सिफिकेशन: यह मिश्रण शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है।

3. फल और तिल-मिठाई – विटामिन और मिनरल्स का खजाना

छठ पूजा में केला, सेब, अनार, नारियल और तिल की मिठाई भी प्रसाद में शामिल होते हैं।

  • फलों में मौजूद विटामिन्स: शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

  • तिल और गुड़: हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और खून साफ करने में मदद करते हैं।

  • एनर्जी बूस्टर: मिठाइयों में प्राकृतिक शर्करा होने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।

छठ प्रसाद का धार्मिक और स्वास्थ्य महत्व

छठ पूजा का प्रसाद केवल खाने के लिए नहीं है। इसे सूर्य देव को अर्पित करने के बाद सेवन करना स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। प्रसाद में इस्तेमाल होने वाली सामग्री प्राकृतिक, संतुलित और ऊर्जा से भरपूर होती है।

निष्कर्ष

छठ प्रसाद का हर एक घटक औषधीय गुणों से भरा हुआ है। चाहे ठेकुआ हो, सूप हो या फल और मिठाई, यह शरीर को ऊर्जा, पोषण और रोग प्रतिरोधक क्षमता देता है। इसलिए कहा जाता है कि छठ का प्रसाद केवल भोजन नहीं, बल्कि ‘अमृत’ के समान है।

छठ पूजा में इस प्रसाद का सेवन करने से न केवल धार्मिक पुण्य मिलता है, बल्कि यह हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी साबित होता है।

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