कलम को सत्तासेवी नहीं, समाजसेवी बनाएं-कुमार प्रशांत

     जनविश्वास की कसौटी पर मीडिया विषयक संगोष्ठी

कानपुर, 26 अक्टूबर। जर्नलिस्ट एंड एक्टिविस्ट फोरम  के तत्वावधान में आज गणेश शंकर विद्यार्थी जयंती के अवसर पर “जनविश्वास की कसौटी पर मीडिया” विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन शास्त्री भवन में किया गया। कार्यक्रम में शहर एवं प्रदेश के कई वरिष्ठ पत्रकार, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता और मीडिया विद्यार्थियों ने भाग लिया। वक्ताओं ने पत्रकारिता व स्वतंत्रता आंदोलन में विद्यार्थी जी के योगदान को याद किया।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि मुख्यवक्ता गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार कुमार प्रशांत ने कहा कि पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, बल्कि एक नैतिक जिम्मेदारी है। जब मीडिया पर से जनता का विश्वास उठता है, तो लोकतंत्र की बुनियाद हिलने लगती है। आज आवश्यकता है कि पत्रकार अपनी कलम को सत्तासेवी नहीं, समाजसेवी बनाएं। उन्होंने घृणा, सांप्रदायिकता फैलाने वाले टीवी चैनलों व अखबारों के बहिष्कार का आव्हान किया। कुमार प्रशांत ने कहा कि संगोष्ठी पत्रकारिता में नैतिकता और जनविश्वास की पुनर्स्थापना की दिशा में एक सार्थक पहल है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार डॉ सुरेश अवस्थी ने कहा कि समाचार माध्यमों को जनभावना के साथ पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनाए रखनी चाहिए। पत्रकारिता का मूल उद्देश्य समाज को जागरूक और सजग बनाना है, न कि केवल सनसनी फैलाना। अध्यक्षता लोक सेवक मंडल के अध्यक्ष दीपक मालवीय ने की। संचालन एवं विषय प्रवर्तन जर्नलिस्ट एंड एक्टिविस्ट फोरम के अध्यक्ष महेश शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि मीडिया तभी जनविश्वास अर्जित कर सकता है जब वह आमजन के सवालों और संघर्षों को स्वर दे।
कार्यक्रम में युवा पत्रकारों और मीडिया विद्यार्थियों ने भी अपनी राय रखते हुए कहा कि डिजिटल युग में तथ्यपरक और जिम्मेदार पत्रकारिता ही भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी। प्रश्नोत्तर काल भी सम्पन्न हुआ।
अंत में गांधी शांति प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष जगदम्बा भाई ने धन्यवाद दिया। इस अवसर पर एडवोकेट कौशल किशोर शर्मा, समाज सेवी अतहर नईम, वेद प्रकाश शुक्ला संजर, अनिल उपाध्याय, नौशाद आलम मंसूरी, डॉ वीएन सिंह, रामगोपाल पुरी, विष्णु शुक्ला, गजेंद्र सिंह, रज़ा शास्त्री, अरविंद चतुर्वेदी, आकर्षण तिवारी, शुभम, हैदर नकवी, कुमार, के के दुबे, कृष्कान्त, राधेश्याम दीक्षित आदि लोग उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ