पालक की तासीर ठंडी होती है या गरम?

आज हम बात करेंगे एक बहुत ही आम सब्ज़ी की पालक यानी Spinach की। हम सभी जानते हैं कि पालक पोषक तत्वों से भरपूर होती है, लेकिन अक्सर एक सवाल उठता है पालक की तासीर ठंडी होती है या गरम? तो चलिए जानते हैं विस्तार से।

 1. पालक की तासीर क्या होती है?
आयुर्वेद के अनुसार हर खाद्य पदार्थ की एक *तासीर* होती है
यानि उसका शरीर पर ठंडा या गरम प्रभाव।
पालक की तासीर ठंडी (Cooling) मानी जाती है।

2. क्यों मानी जाती है ठंडी?
पालक में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है और इसमें आयरन, कैल्शियम, फाइबर और विटामिन A, C, K प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर में *पित्त* को शांत करते हैं और गर्मी को कम करने में मदद करते हैं। इसलिए इसे ठंडी तासीर वाली सब्ज़ी कहा जाता है।

 3. कब और कैसे खानी चाहिए?
गर्मी के मौसम में पालक बहुत फायदेमंद रहती है, क्योंकि यह शरीर को ठंडक देती है। लेकिन सर्दियों में अगर पालक खा रहे हैं, तो इसे थोड़ा घी, लहसुन या अदरक के साथ पकाना चाहिए। इससे इसकी ठंडी तासीर संतुलित हो जाती है और सर्दी-जुकाम का खतरा नहीं रहता।

 4. किन लोगों को सावधानी रखनी चाहिए?
जिन लोगों को गैस, पेट दर्द, या किडनी स्टोन की समस्या है,
उन्हें पालक का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि इसमें ऑक्सलेट की मात्रा होती है। पालक की तासीर ठंडी होती है। इसे मौसम और शरीर की प्रकृति के अनुसार खाया जाए, तो यह बहुत ही फायदेमंद साबित होती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और हरी सब्ज़ियाँ अपने आहार में ज़रूर शामिल करें।

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