शरीर में तिल और मस्से क्यों होते हैं, जानिए कारण

आज हम बात करेंगे उन छोटे-छोटे निशानों की, जो हमारे चेहरे या शरीर पर किसी याद की तरह बसे होते हैं तिल और मस्से। अक्सर लोग इन्हें एक जैसा समझ लेते हैं, लेकिन असल में दोनों अलग होते हैं।

तिल यानी mole, त्वचा पर प्राकृतिक रूप से बनने वाले गहरे भूरे या काले धब्बे होते हैं। ये हमारे मेलानिन नामक पिगमेंट के जमा होने से बनते हैं। कुछ तिल जन्म से होते हैं, तो कुछ उम्र या धूप के कारण बाद में दिखाई देने लगते हैं। कई लोग इन्हें खूबसूरती का निशान मानते हैं जैसे गाल पर पड़ा तिल चेहरे को और भी आकर्षक बना देता है।

वहीं मस्से यानी warts, एक वायरस (HPV) के संक्रमण से बनते हैं। ये खुरदुरे, उभरे हुए और कभी-कभी दर्दनाक भी हो सकते हैं। मस्से एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकते हैं, इसलिए इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह लेकर इनका इलाज करवाना जरूरी है।

याद रखिए तिल जहाँ हमारी पहचान का हिस्सा होते हैं, वहीं मस्से एक संकेत हैं कि शरीर को थोड़ी देखभाल की ज़रूरत है। इसलिए अगली बार जब आप आईने में अपना चेहरा देखें, तो सोचिए हर निशान की अपनी कहानी होती है। अपनी त्वचा से प्यार करें, क्योंकि यही आपकी असली पहचान है।

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