इलायची छोटी सी लेकिन स्वाद और सुगंध से भरपूर ये दाना सिर्फ मुँह की खुशबू बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि सेहत का खज़ाना भी है। हमारे घरों की रसोई में इसे अक्सर चाय या मिठाइयों में डाला जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप रोज़ाना इलायची खाते हैं, तो इसके रहस्यमयी फायदे आपके शरीर और मन दोनों को प्रभावित करते हैं?
आयुर्वेद में इलायची को कपूरक कहा गया है यानी वह जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकाल दे। रोज़ाना दो हरी इलायचियाँ चबाने से पाचन शक्ति बढ़ती है, खराब सांस दूर होती है और मुंह की दुर्गंध खत्म होती है। इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में जमा टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा निखरती है और चेहरा चमकने लगता है।
इतना ही नहीं, रात में इलायची खाने से नींद बेहतर होती है और तनाव कम होता है। इसका सुगंधित तेल मूड को शांत करने का काम करता है। यही वजह है कि पुराने ज़माने में लोग इसे खुशबू वाली औषधि कहा करते थे।
अगर आप अक्सर एसिडिटी, गला सूखना या सांस की जलन जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं, तो इलायची आपकी नैचुरल दवा बन सकती है। बस ध्यान रखें ज़्यादा सेवन नहीं, रोज़ एक या दो दाने ही काफी हैं।
याद रखिए: छोटी इलायची, बड़ा असर। यह न सिर्फ आपके शरीर को ताज़गी देती है, बल्कि मन को भी शांति से भर देती है।
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