Bihar Politics: नित्यानंद राय से मुलाकात के बाद बोले चिराग पासवान — “बातचीत अंतिम चरण में, पीएम मोदी के रहते सम्मान की चिंता नहीं”


 Patna, October 10, 2025:

बिहार की सियासत में इन दिनों एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के अंदर सीट बंटवारे को लेकर गहमागहमी तेज है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच सीटों की संख्या को लेकर चल रही बातचीत अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है।
शुक्रवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग पासवान से मुलाकात की, जिसके बाद माहौल में नरमी के संकेत दिखे।

सीट बंटवारे पर सस्पेंस जारी

सूत्रों के मुताबिक, एलजेपी (रामविलास) शुरुआत में बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से 35 सीटों की मांग पर अड़ी हुई थी। हालांकि भाजपा इस प्रस्ताव से सहमत नहीं थी और लगातार समझौते के प्रयास जारी रखे हुए थी।
बीजेपी की ओर से यह भी कहा गया कि सभी सहयोगियों के साथ “सम्मानजनक समझौता” किया जाएगा ताकि गठबंधन एकजुट रह सके।

नित्यानंद राय की आज की बैठक को इसी प्रक्रिया का अहम हिस्सा माना जा रहा है। बैठक करीब एक घंटे चली, जिसमें दोनों नेताओं के बीच सीटों के वितरण, प्रचार रणनीति और आगामी चुनावी कार्यक्रमों पर चर्चा हुई।

चिराग पासवान का बयान: “सम्मान की गारंटी पीएम मोदी हैं”

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा:

“हमारी बातचीत बहुत सकारात्मक रही है। सीट बंटवारे की चर्चा अब अंतिम चरण में है। मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। उनके रहते मुझे या मेरी पार्टी को सम्मान की चिंता करने की जरूरत नहीं।”

चिराग ने आगे कहा कि एलजेपी (रामविलास) हमेशा एनडीए का अभिन्न हिस्सा रही है और आने वाले चुनाव में भी गठबंधन मजबूती से मैदान में उतरेगा। उन्होंने संकेत दिए कि समझौते की घोषणा जल्द ही हो सकती है।

बीजेपी और एलजेपी के रिश्ते पर फिर दिखी मजबूती

बीजेपी और चिराग पासवान के रिश्ते 2020 विधानसभा चुनावों के बाद कुछ ठंडे पड़ गए थे, जब एलजेपी ने कई सीटों पर बीजेपी के सहयोगी जेडीयू (JD(U)) के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे। लेकिन बीते कुछ महीनों से दोनों दलों के बीच फिर से नजदीकी बढ़ी है।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि 2025 के लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए बिहार में एक मजबूत और संतुलित गठबंधन के रूप में खुद को पेश करना चाहता है। इसीलिए पार्टी नेतृत्व सीट बंटवारे पर किसी तरह का विवाद नहीं चाहता।

अब क्या आगे?

सूत्रों के मुताबिक, सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय अगले 48 घंटे में हो सकता है। भाजपा नेतृत्व की मंजूरी के बाद औपचारिक घोषणा की संभावना है।
अगर सबकुछ तयशुदा राह पर चला, तो एनडीए बिहार में जल्द ही संयुक्त रैली करके अपनी एकता का प्रदर्शन कर सकता है।

राजनीतिक हलकों में इस बात पर अब लगभग सहमति बन चुकी है कि चिराग पासवान की पार्टी को इस बार 30 के आसपास सीटें मिल सकती हैं, जबकि शेष सीटों पर भाजपा और अन्य सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे।

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