Ashley Tellis: भारत में जन्मे अमेरिकी अधिकारी पर चीन के लिए जासूसी का आरोप


कौन हैं एश्ले टेलिस?

एश्ले जे. टेलिस (Ashley J. Tellis) एक जाने-माने अमेरिकी रणनीतिक विशेषज्ञ और राजनयिक सलाहकार हैं, जिनका जन्म भारत में हुआ था। वे लंबे समय से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े मामलों पर काम कर रहे हैं। टेलिस का नाम भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने वाले प्रमुख रणनीतिकारों में शामिल रहा है। उन्होंने यूएस स्टेट डिपार्टमेंट और व्हाइट हाउस की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं।

टेलिस को अमेरिका की विदेश नीति में “भारत विशेषज्ञ” माना जाता है और उन्होंने कई बार भारत के रणनीतिक हितों की पैरवी भी की है। वे कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस जैसे प्रतिष्ठित थिंक-टैंक से भी जुड़े रहे हैं और एशिया की सुरक्षा, रक्षा सहयोग, तथा इंडो-पैसिफिक रणनीति पर कई अहम रिपोर्ट तैयार की हैं।

जासूसी के आरोप में घिरे टेलिस

हाल ही में एश्ले टेलिस का नाम एक गंभीर विवाद में आ गया है। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) ने उनके खिलाफ चीन के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया है। एफबीआई के हलफनामे के मुताबिक, सितंबर और अक्तूबर 2025 में टेलिस को पेंटागन (Pentagon) के नेट असेसमेंट ऑफिस में “संवेदनशील सूचना सुविधा केंद्र” (Sensitive Compartmented Information Facility) में प्रवेश करते हुए देखा गया था।

जांच के अनुसार, टेलिस वहां से सैन्य विमानों की क्षमताओं से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को लेकर निकलते और उन्हें प्रिंट करते हुए भी कैमरे में कैद हुए थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने इन दस्तावेजों को चीनी खुफिया एजेंसी के संपर्कों तक पहुंचाया।

एफबीआई की जांच और गिरफ्तारी की संभावना

एफबीआई ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसियों ने टेलिस के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, ईमेल और संचार रिकॉर्ड जब्त किए हैं। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई दस्तावेज चीन के साथ साझा किए जाने के सबूत मिले हैं। हालांकि, अभी तक औपचारिक गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है।

अमेरिकी सरकार ने कहा है कि अगर आरोप साबित होते हैं, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर अपराध होगा। इस मामले ने अमेरिकी खुफिया समुदाय में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि टेलिस को लंबे समय से एक विश्वसनीय सलाहकार माना जाता था।

भारत-अमेरिका संबंधों पर असर?

एश्ले टेलिस का भारत से गहरा संबंध रहा है, और वे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के समर्थक रहे हैं। इसलिए इस आरोप ने भारत-अमेरिका संबंधों के विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

फिलहाल, एफबीआई की जांच जारी है और आने वाले दिनों में इस मामले में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।

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