सैटेलाइट इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनी स्टारलिंक (Starlink), जिसकी स्थापना एलन मस्क ने की है, ने भारत में अपनी सेवाओं की लॉन्चिंग को लेकर तैयारी तेज कर दी है। भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने के मकसद से कंपनी देश के विभिन्न शहरों में 9 सैटेलाइट स्टेशन स्थापित करने जा रही है।
कौन-कौन से शहर शामिल हैं?
रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टारलिंक ने पहले चरण में निम्नलिखित शहरों में सैटेलाइट सेंटर बनाने की योजना बनाई है:
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चंडीगढ़
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नोएडा
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हैदराबाद
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इसके अलावा, अन्य प्रमुख शहरों में भी केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि पूरे देश में सैटेलाइट इंटरनेट की पहुंच सुनिश्चित हो सके।
स्टारलिंक की योजना और उद्देश्य
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उच्च गति इंटरनेट: स्टारलिंक का उद्देश्य रिमोट और ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेज इंटरनेट पहुंचाना है।
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सैटेलाइट नेटवर्क: कंपनी के लियो ऑर्बिट सैटेलाइट्स (Low Earth Orbit satellites) वैश्विक कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे।
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सतत सेवा: भारत में स्थापित स्टेशन से इंटरनेट सेवा का नेटवर्क स्थिर और भरोसेमंद बनेगा।
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व्यवसायिक और निजी उपयोग: स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, ग्रामीण व्यवसाय और घरों में उच्च गति इंटरनेट की सुविधा मिलेगी।
भारत में लॉन्चिंग की तैयारियां
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स्टारलिंक ने भारत सरकार और संबंधित विभागों से अनुमतियां और लाइसेंस लेने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
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नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्राउंड स्टेशन निर्माण का काम तेजी से चल रहा है।
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कंपनी का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द भारत में इंटरनेट सेवाओं का संचालन शुरू किया जाए।
क्या होगा फायदा?
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ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंच बढ़ेगी।
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उच्च गति इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा, टेलीमेडिसिन और ई-कॉमर्स को बढ़ावा मिलेगा।
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डिजिटल डिवाइड कम होगा और भारत का स्मार्ट सिटी विजन साकार होगा।
निष्कर्ष
एलन मस्क की स्टारलिंक कंपनी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट क्रांति लाने के लिए पूरी तरह तैयार है। चंडीगढ़, नोएडा, हैदराबाद और अन्य शहरों में सैटेलाइट स्टेशन स्थापित करने से देशभर में तेज और भरोसेमंद इंटरनेट सेवा उपलब्ध होगी। यह कदम न केवल डिजिटल इंडिया मिशन को मजबूत करेगा, बल्कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में इंटरनेट की गुणवत्ता और पहुंच को नई ऊंचाई देगा।
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