कभी-कभी सब कुछ ठीक होते हुए भी घर का माहौल भारी लगता है? बात-बात पर झगड़े होने लगते हैं? मन बेचैन रहता है या काम में रुकावटें आती हैं?
अगर ऐसा बार-बार हो रहा है, तो हो सकता है कि आपके घर में हो नकारात्मक ऊर्जा, यानी नेगेटिव एनर्जी।
तो कैसे पहचानें कि घर में नकारात्मक ऊर्जा है?
1. बार-बार बीमारियां – बिना वजह परिवार के सदस्य अस्वस्थ रहने लगते हैं।
2. अनिद्रा या डरावने सपने– नींद में बेचैनी या रात को डर लगना।
3. पौधों का मुरझाना– घर के पेड़-पौधे बिना कारण सूखने लगते हैं।
4. बार-बार चीज़ें टूटना– जैसे शीशा, घड़ी या इलेक्ट्रॉनिक सामान खराब होना।
5. लड़ाई-झगड़े बढ़ना– घर में बिना बात के तनाव और कलह।
6. घर में लगातार धन की कमी।
7. पालतू जानवरों का असहज व्यवहार।
तो क्या है समाधान?
घर की नियमित सफाई करें।
सुबह-शाम दीपक और धूप जलाएं।
समुद्री नमक से पोंछा लगाएं।
गंगाजल या कपूर का छिड़काव करें।
सकारात्मक मंत्र या भजन सुनें।
याद रखिए, घर सिर्फ ईंटों से नहीं, ऊर्जा से बनता है। उसे साफ, शांत और सकारात्मक बनाना हमारी जिम्मेदारी है।
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