दिवाली के मौसम में सबसे बड़ा सवाल अक्सर यही उठता है — दिवाली कब है और लक्ष्मी पूजा किस दिन करनी है। इस बार भी लोगों के बीच 20 या 21 अक्टूबर को लेकर भ्रम था। लेकिन राजस्थान के ज्योतिषी पंडित सुरेश श्रीमाली ने इस कन्फ्यूजन को दूर करते हुए स्पष्ट किया है कि दिवाली और लक्ष्मी पूजन 2025 में 20 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा, 21 अक्टूबर को नहीं।
दिवाली और लक्ष्मी पूजन का महत्व
दिवाली का पर्व मुख्य रूप से अंधकार पर प्रकाश की जीत और धन, समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक है।
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लक्ष्मी पूजन दिवाली की रात होता है, जब घर में दीप जलाकर मां लक्ष्मी को खुश किया जाता है।
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20 अक्टूबर को ही यह पूजन होगा, इसलिए घर की सफाई, सजावट और खरीददारी को 20 अक्टूबर तक पूरा करना जरूरी है।
अन्य पर्वों की तिथियां
पंडित सुरेश श्रीमाली ने यह भी बताया कि दिवाली सीजन में अन्य प्रमुख पर्व कब मनाए जाएंगे:
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धनतेरस: 17 अक्टूबर 2025
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नरक चतुर्दशी / छोटी दिवाली: 19 अक्टूबर 2025
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गोवर्धन पूजा: 22 अक्टूबर 2025
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भाई दूज: 23 अक्टूबर 2025
लक्ष्मी पूजन के दिन ध्यान देने योग्य बातें
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साफ-सफाई: घर और पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें।
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दीप और मोमबत्तियां: शाम के समय पूरे घर में दीप जलाएं।
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पूजा सामग्री: अक्षत, फल, फूल और मिठाई की व्यवस्था पहले से कर लें।
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समय: ज्योतिषीय गणना के अनुसार, शुभ मुहूर्त में ही पूजा करें।
निष्कर्ष
इस बार दिवाली 20 अक्टूबर 2025 को है। पंडित सुरेश श्रीमाली ने यह साफ किया है कि लक्ष्मी पूजन भी इसी दिन होगा। इसलिए सभी लोग अपनी त्योहार की तैयारियों को समय पर पूरा कर लें और 20 अक्टूबर की रात घर और मन दोनों को प्रकाश और समृद्धि से भर दें।
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