Women’s World Cup 2025:
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ओपनर स्मृति मंधाना इस समय महिला विश्व कप 2025 में अपनी लय खोजने के लिए संघर्ष करती नजर आ रही हैं। जो बल्लेबाज कभी भारतीय पारी की रीढ़ मानी जाती थीं, वही अब तक के टूर्नामेंट में रनों के लिए जूझती दिखाई दी हैं। उनके कमजोर प्रदर्शन ने टीम इंडिया की बैटिंग लाइनअप पर भी असर डाला है।
तीन पारियों में सिर्फ 54 रन — उम्मीदों पर खरे नहीं उतरीं मंधाना
स्मृति मंधाना ने अब तक इस टूर्नामेंट में तीन पारियां खेली हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उन्होंने इन पारियों में कुल 54 रन बनाए हैं, यानी उनकी औसत मात्र 18.00 रही है।
उनका स्ट्राइक रेट 72.97 दर्ज किया गया है, जो मंधाना के आक्रामक खेलने के अंदाज़ के बिल्कुल विपरीत है। इन तीन पारियों में उन्होंने सात चौके और एक छक्का लगाया है।
ऐसे प्रदर्शन के चलते वे टूर्नामेंट की शीर्ष-15 बल्लेबाजों की सूची में भी जगह नहीं बना पाई हैं — जो अपने आप में एक चौंकाने वाला तथ्य है, क्योंकि मंधाना से हमेशा टॉप स्कोरर होने की उम्मीद रहती है।
फॉर्म पर सवाल, लेकिन टीम को अब भी भरोसा
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि मंधाना इस वक्त आत्मविश्वास की कमी से जूझ रही हैं। शुरुआती मैचों में जल्दी विकेट गंवाने के बाद उनका फुटवर्क और शॉट चयन दोनों प्रभावित हुए हैं।
हालांकि, टीम प्रबंधन और कप्तान हरमनप्रीत कौर को अब भी उन पर पूरा भरोसा है। टीम का मानना है कि मंधाना किसी भी समय अपनी लय पा सकती हैं और एक बड़ी पारी खेलकर आलोचकों को जवाब दे सकती हैं।
पिछले रिकॉर्ड से तुलना में गिरावट
स्मृति मंधाना का करियर अब तक शानदार रहा है — उन्होंने 80 से ज्यादा वनडे मैचों में 3000 से अधिक रन बनाए हैं। 2022 के विश्व कप में भी वे भारत की सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक थीं।
लेकिन 2025 के इस टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन उम्मीदों से काफी कम रहा है। क्रिकेट विश्लेषक मानते हैं कि यह “फॉर्म का अस्थायी दौर” है, और मंधाना जैसे खिलाड़ी जल्द वापसी कर सकते हैं।
अगले मुकाबले में वापसी की उम्मीद
भारत का अगला मुकाबला एक अहम टीम के खिलाफ है, और फैंस को उम्मीद है कि मंधाना इस मैच में अपने पुराने अंदाज़ में लौटेंगी।
उनका बल्ला चलना न सिर्फ टीम की जीत के लिए जरूरी है, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में भारत की स्थिति को भी मजबूती दे सकता है।
स्मृति मंधाना भारतीय क्रिकेट की सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में गिनी जाती हैं। उम्मीद है कि यह “नजर” जल्द ही उतर जाएगी, और उनका बल्ला एक बार फिर पुराने रंग में नजर आएगा।
.jpg)
0 टिप्पणियाँ