YouTube में बदलाव की जरूरत
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बच्चों की सुरक्षा हमेशा से एक चुनौती रही है। हाल ही में, YouTube ने अपने Age Estimation Tool में नया AI फीचर जोड़कर इस समस्या का समाधान खोजने की कोशिश की है। यह कदम प्लेटफॉर्म को और अधिक सुरक्षित बनाने के साथ-साथ अपलोडिंग प्रक्रिया में भी बदलाव लाएगा।
नया AI फीचर क्या करता है?
YouTube का नया AI फीचर वीडियो में दिख रहे लोगों की उम्र का अनुमान लगाने में सक्षम है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 18 साल से कम उम्र के उपयोगकर्ताओं को उपयुक्त सामग्री दिखाई जाए और वयस्क सामग्री तक उनकी पहुंच सीमित रहे।
- स्वचालित उम्र पहचान – AI वीडियो के विजुअल और ऑडियो संकेतों के आधार पर अनुमान लगाता है कि वीडियो में शामिल व्यक्ति की उम्र क्या हो सकती है।
- सुरक्षित सामग्री फिल्टर – यदि AI को लगता है कि सामग्री बच्चों के लिए अनुपयुक्त है, तो यह वीडियो को विशेष श्रेणी में डाल सकता है या दृश्यता सीमित कर सकता है।
- कंटेंट क्रिएटर्स के लिए संकेत – AI फीचर कंटेंट क्रिएटर्स को चेतावनी देगा कि उनका वीडियो बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं हो सकता।
इसके प्रभाव
- बच्चों की सुरक्षा बढ़ेगी – YouTube पर वयस्क या संवेदनशील सामग्री का बच्चों तक पहुंच कम होगी।
- क्रिएटर्स को नई चुनौतियाँ – वीडियो अपलोड करने वाले क्रिएटर्स को अब अपने कंटेंट की उम्र उपयुक्तता का ध्यान रखना होगा।
- स्वचालित मॉडरेशन – AI आधारित ऑटोमैटिक मॉडरेशन से प्लेटफॉर्म पर नियम उल्लंघन कम हो सकता है।
निष्कर्ष
YouTube का नया AI फीचर बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। यह न केवल प्लेटफॉर्म की सख्ती बढ़ाता है, बल्कि कंटेंट क्रिएटर्स को भी अधिक जिम्मेदार बनाता है। भविष्य में इस तरह के AI टूल्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा और जिम्मेदारी को और मजबूत करेंगे।
कुल मिलाकर, YouTube के इस नए AI फीचर से बच्चों के लिए इंटरनेट अधिक सुरक्षित और नियंत्रित हो जाएगा, और अपलोडिंग प्रक्रिया में बदलाव कंटेंट क्रिएटर्स के लिए भी नई जिम्मेदारी लेकर आएगा।
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