नई रिसर्च से खुलासा
ब्राजील में हुई हालिया रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि रोजाना थोड़ी मात्रा में विटामिन D का सेवन ब्रेस्ट कैंसर मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, यह न केवल कीमोथेरेपी के असर को बढ़ाता है बल्कि मरीज की रिकवरी को भी तेज कर सकता है।
विटामिन D और कीमोथेरेपी का संबंध
अध्ययन में पाया गया कि जिन ब्रेस्ट कैंसर मरीजों ने कीमोथेरेपी के दौरान विटामिन D की छोटी-छोटी नियमित खुराक ली, उनके शरीर ने उपचार को ज्यादा प्रभावी ढंग से रिस्पॉन्ड किया। यह विटामिन कैंसर कोशिकाओं के खिलाफ शरीर की इम्यून सिस्टम की क्षमता को मजबूत करता है।
क्यों जरूरी है विटामिन D?
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हड्डियों की मजबूती – यह विटामिन कैल्शियम को शरीर में अवशोषित करने में मदद करता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
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इम्यून सिस्टम को सपोर्ट – विटामिन D शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाता है और इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है।
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कैंसर से बचाव में भूमिका – कई शोधों में संकेत मिले हैं कि इसकी पर्याप्त मात्रा कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में सहायक हो सकती है।
किन स्रोतों से मिलेगी विटामिन D?
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धूप: रोज सुबह 20–30 मिनट धूप में बैठना विटामिन D का सबसे आसान और प्राकृतिक स्रोत है।
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खाद्य पदार्थ: अंडे की जर्दी, मशरूम, फैटी फिश (सैल्मन, टूना), दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स में यह विटामिन पाया जाता है।
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सप्लीमेंट्स: अगर डॉक्टर सलाह दें, तो बाजार में उपलब्ध सप्लीमेंट्स से भी इसकी कमी पूरी की जा सकती है।
सावधानी भी जरूरी
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विटामिन D का सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
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जरूरत से ज्यादा मात्रा लेने पर शरीर में कैल्शियम का स्तर असामान्य हो सकता है, जिससे किडनी और हार्ट पर असर पड़ सकता है।
निष्कर्ष
ब्राजील की नई रिसर्च ने साफ किया है कि विटामिन D कैंसर के इलाज को अधिक प्रभावी बना सकता है। अगर इसे संतुलित मात्रा में रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनाया जाए, तो यह न केवल ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी स्वास्थ्य सुरक्षा कवच साबित हो सकता है।
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