Team India: आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा को बीसीसीआई में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, एजीएम में होगा ऐलान


 भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में जल्द ही बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पूर्व क्रिकेटर आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा को बोर्ड में अहम जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा तेज है। बताया जा रहा है कि दोनों पूर्व खिलाड़ी टीम प्रबंधन और सीनियर चयन संरचना (Senior Selection Structure) का हिस्सा बन सकते हैं। इन बदलावों पर मुहर आगामी एजीएम (वार्षिक आम बैठक) में लगने की संभावना है।

टीम इंडिया प्रबंधन में नया अध्याय

सूत्रों के अनुसार, यह कदम भारतीय टीम प्रबंधन और चयन प्रणाली में एक नया अध्याय साबित हो सकता है। बीसीसीआई लंबे समय से ऐसी रणनीति पर काम कर रहा है, जिसमें पूर्व खिलाड़ियों को प्रशासन और चयन से जुड़ी जिम्मेदारियों में शामिल किया जाए। इसका मकसद क्रिकेटिंग अनुभव को सीधे निर्णय प्रक्रिया में लाना है, जिससे खिलाड़ियों को बेहतर समर्थन मिल सके।

आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा तैयार

पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह, जिन्होंने भारत के लिए कई यादगार प्रदर्शन किए हैं, बोर्ड की इस जिम्मेदारी को संभालने को तैयार बताए जा रहे हैं। वहीं, पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा, जो पहले आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का हिस्सा रह चुके हैं, भी इस भूमिका के लिए मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। दोनों खिलाड़ियों का अंतरराष्ट्रीय अनुभव और घरेलू क्रिकेट की समझ बीसीसीआई के लिए मूल्यवान साबित हो सकती है।

जूनियर चयन समिति में बदलाव

इसी कड़ी में एस शरथ को जूनियर चयन समिति का चेयरमैन बनाए जाने की लगभग पुष्टि हो चुकी है। माना जा रहा है कि उनकी नियुक्ति से जूनियर स्तर पर प्रतिभा की पहचान और भी सशक्त होगी। शरथ घरेलू क्रिकेट में लंबे समय तक सक्रिय रहे हैं और युवा खिलाड़ियों की क्षमता पहचानने में माहिर माने जाते हैं।

एजीएम में होगी अंतिम घोषणा

बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक में इन सभी प्रस्तावों पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ये बदलाव लागू होते हैं, तो भारतीय क्रिकेट का चयन ढांचा और मजबूत होगा। साथ ही, टीम इंडिया को सही प्रतिभा चुनने और भविष्य के लिए रणनीति बनाने में भी आसानी होगी।

भविष्य की दिशा

पूर्व खिलाड़ियों की भागीदारी से बीसीसीआई का चयन ढांचा और पारदर्शी बनेगा। इससे न केवल खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं के बीच भरोसा बढ़ेगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।


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