भारतीय सेना ने डेटा सुरक्षा और बातचीत की गोपनीयता को और मजबूत करने के लिए ‘संभव’ (Sambhav) नामक मेड-इन-इंडिया मोबाइल सिस्टम को अपनाया है। यह अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित सुरक्षित फोन सिस्टम है, जिसे खास तौर पर सेना और रणनीतिक जरूरतों को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है।
क्यों खास है ‘संभव’?
‘संभव’ को भारतीय विशेषज्ञों ने देश में ही विकसित किया है। यह पूरी तरह 5G नेटवर्क आधारित सुरक्षित संचार प्रणाली है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे हैक करना लगभग नामुमकिन है। हैकिंग से सुरक्षा के लिहाज से ऐसी तकनीक केवल कुछ चुनिंदा देशों के पास ही मौजूद है।
भारतीय सेना को मिलेगा बड़ा फायदा
भारतीय सेना के लिए डेटा सुरक्षा और गोपनीय बातचीत हमेशा से चुनौती रही है। दुश्मन देशों की खुफिया एजेंसियां कई बार डिजिटल नेटवर्क और कॉल्स को इंटरसेप्ट करने की कोशिश करती हैं। ‘संभव’ के आने से अब सेना की बातचीत पूरी तरह एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित रहेगी। यानी, किसी भी बाहरी एजेंसी के लिए इस संचार प्रणाली को तोड़ पाना बेहद मुश्किल होगा।
अत्याधुनिक 5G तकनीक पर आधारित
‘संभव’ को 5G इंफ्रास्ट्रक्चर पर तैयार किया गया है। इसका मतलब है कि यह न सिर्फ सुरक्षित है बल्कि हाई-स्पीड और लो-लेटेंसी कम्युनिकेशन भी प्रदान करता है। इससे सेना को रियल-टाइम डेटा शेयरिंग, फास्ट कनेक्टिविटी और बेहतर कोऑर्डिनेशन में मदद मिलेगी।
मेड-इन-इंडिया पहल को बढ़ावा
‘संभव’ मोबाइल सिस्टम पूरी तरह आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) की सोच को दर्शाता है। अब सेना को सुरक्षित मोबाइल टेक्नोलॉजी के लिए विदेशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। घरेलू स्तर पर बने इस सिस्टम से भारत की तकनीकी क्षमता भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगी।
किनके लिए होगा इस्तेमाल
हालांकि इसे सबसे पहले सेना के लिए लॉन्च किया गया है, लेकिन भविष्य में इसे सरकारी एजेंसियों और अन्य रणनीतिक क्षेत्रों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे गोपनीय सूचनाओं और डेटा की सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सकेगा।
कुल मिलाकर, ‘संभव’ सिर्फ एक मोबाइल सिस्टम नहीं बल्कि भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और सुरक्षा का प्रतीक है। यह भारतीय सेना को डिजिटल जंग के नए युग में बढ़त दिलाएगा और यह संदेश देगा कि भारत अब अपनी सुरक्षित संचार तकनीक खुद बनाने में सक्षम है।
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