ट्रंप की इकोनॉमिक पॉलिसी अमेरिका को ही कर देगी कमजोर: पूर्व RBI गवर्नर का बड़ा दावा


 

रंगराजन ने चेताया – टैरिफ पॉलिसी से वैश्विक व्यापार पर पड़ रहा नकारात्मक असर

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों को लेकर भारत के पूर्व रिज़र्व बैंक गवर्नर सी. रंगराजन ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि ट्रंप द्वारा अपनाई गई टैरिफ पॉलिसी न केवल वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रही है, बल्कि लंबे समय में अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए भी नुकसानदायक साबित हो सकती है।

दीक्षांत समारोह में टिप्पणी

रंगराजन शुक्रवार को ICFAI फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन के 15वें दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन की कुछ नीतियों ने ग्लोबल ट्रेड के रुझानों को ठप कर दिया है।

उनके मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय व्यापार में लगातार बढ़ते टैरिफ और संरक्षणवादी कदमों से अमेरिका की कंपनियों और उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

टैरिफ से क्यों बढ़ रही चिंता?

ट्रंप की पॉलिसी के तहत कई देशों, खासकर चीन और भारत से आयात पर भारी टैरिफ लगाए गए। इसका असर दो तरह से सामने आ रहा है:

  1. ग्लोबल सप्लाई चेन बाधित हो रही है।

  2. अमेरिकी बाजार में वस्तुएं महंगी हो रही हैं, जिससे उपभोक्ता खर्च पर दबाव पड़ रहा है।

रंगराजन का कहना है कि अल्पकाल में यह नीति घरेलू उद्योगों को सुरक्षा देती हुई दिख सकती है, लेकिन दीर्घकाल में यह प्रतिस्पर्धा और नवाचार की संभावनाओं को खत्म कर देगी।

भारत के लिए सबक

पूर्व RBI गवर्नर ने यह भी जोड़ा कि भारत जैसे देशों को इन परिस्थितियों से सबक लेना चाहिए। हमें अपनी एक्सपोर्ट पॉलिसी को मजबूत करने और वैश्विक सप्लाई चेन में अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने की जरूरत है।

उनके मुताबिक, वैश्विक व्यापार की अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के पास बड़ी जनसंख्या और बढ़ते घरेलू बाजार की वजह से अपार संभावनाएं हैं।

निष्कर्ष

रंगराजन की चेतावनी बताती है कि संरक्षणवादी नीतियां (Protectionist Policies) किसी भी अर्थव्यवस्था को लंबे समय तक फायदा नहीं देतीं। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका की मौजूदा रणनीति वहां की अर्थव्यवस्था को धीमा कर सकती है और इसका असर बाकी देशों पर भी दिखेगा।

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