Navratri 2025: व्रत शुरू करने से पहले जान लें ये बातें, वरना सेहत पर पड़ सकता है असर


 

नवरात्रि व्रत का महत्व

नवरात्रि 2025 में श्रद्धालु 22 सितंबर से देवी दुर्गा की आराधना के लिए व्रत रखेंगे। यह उपवास केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि आध्यात्मिक और सेहतमंद अनुभव भी हो सकता है। व्रत के दौरान शरीर और मन को संयम, ध्यान और अनुशासन का अभ्यास मिलता है।

किन लोगों के लिए व्रत चुनौतीपूर्ण हो सकता है

लंबा उपवास हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं होता। कुछ लोगों के लिए यह स्वास्थ्य संबंधी जोखिम पैदा कर सकता है।

  • डायबिटीज वाले लोग: लगातार भोजन न करने से ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है।

  • हृदय रोगी: लंबे समय तक पानी और भोजन से परहेज़ करने से हार्ट पर दबाव बढ़ सकता है।

  • किडनी की बीमारी वाले मरीज: कम पानी पीना और पोषण की कमी किडनी की समस्या को बढ़ा सकता है।

  • गर्भवती महिलाएं: पोषण की कमी से माँ और शिशु दोनों की सेहत प्रभावित हो सकती है।

सुरक्षित व्रत के लिए सुझाव

  1. हाइड्रेशन बनाए रखें: व्रत के दौरान पर्याप्त पानी या फलों का जूस लें।

  2. संतुलित भोजन: फल, सब्ज़ियां, दालें और हल्के अनाज का सेवन करें।

  3. ब्रेकफास्ट या स्नैक्स: अगर लंबे समय तक उपवास है, तो छोटे-छोटे स्नैक्स लेना मददगार हो सकता है।

  4. व्यायाम सीमित करें: व्रत के दौरान भारी व्यायाम या लंबे समय तक चलना टालें।

  5. चिकित्सक से सलाह: अगर आपको कोई पुरानी बीमारी है तो व्रत शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

व्रत का सकारात्मक पहलू

सुरक्षित तरीके से व्रत करने से शरीर को डिटॉक्सिफाई करने, पाचन सुधारने और मानसिक शांति प्राप्त करने में मदद मिलती है। साथ ही, यह धार्मिक अनुशासन और आत्मसंयम सिखाने का अवसर भी है।

निष्कर्ष

नवरात्रि का व्रत आध्यात्मिक और स्वास्थ्य लाभ दोनों दे सकता है, लेकिन इसे सावधानी और समझदारी से करना ज़रूरी है। डायबिटीज, हृदय रोग, किडनी की बीमारी या गर्भावस्था जैसी स्थितियों में व्रत को चिकित्सक की निगरानी में ही रखें, ताकि उपवास सेहत के लिए हानिकारक न बने।

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