दांतों में कीड़े लगना यानी दांतों का सड़ना, एक आम लेकिन गंभीर समस्या है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को प्रभावित कर सकती है। मेडिकल भाषा में इसे डेंटल कैरीज़ कहा जाता है। जब हम मीठा, चिपचिपा या स्टार्चयुक्त खाना खाते हैं और बाद में ठीक से मुंह साफ नहीं करते, तो ये अन्नकण हमारे दांतों पर चिपक जाते हैं। इन्हीं कणों पर बैक्टीरिया पनपते हैं और एसिड बनाते हैं, जो धीरे-धीरे दांतों की ऊपरी परत (एनामेल) को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। यही प्रक्रिया आगे चलकर दांत में कीड़ा लगने का कारण बनती है।
सबसे ज्यादा खतरा तब होता है जब लोग ब्रश करना छोड़ देते हैं या दिन में एक बार ही ब्रश करते हैं। रात को सोने से पहले ब्रश न करना भी एक बड़ी गलती है, क्योंकि नींद के समय मुंह में लार कम बनती है, जो कि बैक्टीरिया को साफ करने में मदद करती है।
इससे बचने के लिए दिन में दो बार ब्रश करना, मीठे और चिपचिपे पदार्थों से परहेज़ करना, समय-समय पर दांतों की जांच कराना और दंत चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है। बच्चों को शुरुआत से ही दांतों की सफाई की आदत डालनी चाहिए। दांत हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, इनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।
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