द लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पद का चुनाव अब पूरी तरह विवादों में घिर गया है। डिप्टी रजिस्ट्रार ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कार्यभार वरिष्ठ उपाध्यक्ष को सौंप दिया है। इसके साथ ही एसोसिएशन का कार्यकारी अध्यक्ष रमाकांत मिश्रा को बनाया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सबसे ज्यादा चर्चा चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने दिनेश वर्मा और उनके सहयोगियों को लेकर है। उन पर बेईमानी और गड़बड़ी के आरोप इतने गंभीर हैं कि चुनाव परिणाम आते ही उनके चेहरे की रौनक गायब हो गई और चेहरों पर मायूसी साफ नज़र आने लगी।
चुनाव की निगरानी कर रही एल्डर्स कमेटी भी विवादों में फंस गई है। वकीलों का आरोप है कि चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को नजरअंदाज किया गया, जिसकी वजह से कमेटी की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
एसोसिएशन की एल्डर्स कमेटी अपनी साख बचाने में नाकाम रही और अब वकीलों से लेकर आम जनता तक उसकी भूमिका पर उंगलियां उठ रही हैं।
कचहरी से लेकर पूरे शहर तक लोग एल्डर्स कमेटी की भूमिका को लेकर थू-थू कर रहे हैं। वकीलों का कहना है कि जिस कमेटी पर निष्पक्षता की जिम्मेदारी थी, वही अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल रही।
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