मुंबई में बाइक टैक्सी को मिली हरी झंडी: तीन कंपनियों को अस्थायी लाइसेंस, न्यूनतम किराया ₹15

महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला

महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में यातायात व्यवस्था को आसान बनाने और किफायती पब्लिक ट्रांसपोर्ट विकल्प उपलब्ध कराने के लिए बाइक टैक्सी सेवा शुरू करने का रास्ता साफ कर दिया है। सरकार ने तीन बड़ी कंपनियों—ओला, उबर और रैपिडो—को अस्थायी लाइसेंस जारी कर दिए हैं। इन कंपनियों को फिलहाल एक साल के लिए अनुमति दी गई है, जिसके बाद उनके संचालन और सेवाओं की समीक्षा की जाएगी।

न्यूनतम किराया सिर्फ ₹15

नई व्यवस्था के अनुसार, बाइक टैक्सी का न्यूनतम किराया ₹15 रखा गया है। यह किराया शुरुआती दूरी के लिए होगा, जबकि उसके बाद यात्रा की दूरी और समय के आधार पर किराया बढ़ेगा। इससे छोटे सफर करने वाले यात्रियों को काफी सस्ता और तेज विकल्प मिल सकेगा। खासकर मुंबई जैसे शहर में, जहां ट्रैफिक जाम आम बात है, बाइक टैक्सी लोगों के लिए सुविधाजनक साबित हो सकती है।

कंपनियों की जिम्मेदारी और शर्तें

ओला, उबर और रैपिडो को अस्थायी लाइसेंस मिलने के साथ ही कुछ शर्तें भी लागू की गई हैं।

कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि चालक (राइडर) के पास सभी जरूरी दस्तावेज और वैध ड्राइविंग लाइसेंस हो।

यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सभी बाइक्स पर हेलमेट उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।

डिजिटल पेमेंट की सुविधा और यात्रा का पूरा विवरण ऐप के माध्यम से यात्रियों को मिलेगा।

यात्री और चालक दोनों के लिए इमरजेंसी कॉन्टैक्ट और ट्रैकिंग की व्यवस्था भी जरूरी होगी।


एक साल बाद समीक्षा

सरकार ने साफ किया है कि यह लाइसेंस स्थायी नहीं है। एक साल तक कंपनियों की सेवाओं की निगरानी की जाएगी। इस दौरान यह देखा जाएगा कि कंपनियां सुरक्षा मानकों का पालन कर रही हैं या नहीं, यात्रियों को सही सुविधाएं मिल रही हैं या नहीं और क्या इससे ट्रैफिक पर सकारात्मक असर पड़ रहा है। समीक्षा के बाद ही स्थायी लाइसेंस जारी करने पर विचार किया जाएगा।

यात्रियों और शहर को मिलने वाले फायदे

बाइक टैक्सी सेवा के शुरू होने से मुंबई के लाखों यात्रियों को फायदा होगा।

ट्रैफिक जाम के बीच भी यात्री तेजी से मंजिल तक पहुंच सकेंगे।

यह सुविधा ऑटो और कैब से सस्ती होगी, जिससे रोजाना यात्रा करने वालों पर आर्थिक बोझ कम होगा।

पर्यावरण के लिहाज से भी बाइक टैक्सी बेहतर विकल्प साबित हो सकती है, क्योंकि इससे बड़े वाहनों का इस्तेमाल कुछ हद तक कम होगा।


निष्कर्ष

मुंबई में बाइक टैक्सी की शुरुआत पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में एक अहम बदलाव के तौर पर देखी जा रही है। सरकार का यह कदम जहां यात्रियों को सुविधा देगा, वहीं कंपनियों के लिए भी यह बड़ा अवसर है। अब देखना होगा कि आने वाले एक साल में यह सेवा कितनी सफल साबित होती है और क्या इसे स्थायी तौर पर मंजूरी मिलती है।

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