Trump Tariffs: भारत के पास तीन विकल्प, किसानों और अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए


 

अमेरिकी हाई टैरिफ और भारत

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ बुधवार से लागू हो गया है। इससे अमेरिका की कुल टैरिफ दर भारत के लिए 50% तक पहुंच गई है। इसका कारण अमेरिका की मांग है कि भारत अपने एग्रीकल्चर और डेयरी सेक्टर को अमेरिकी कंपनियों के लिए खोले, लेकिन भारत अपने किसानों के हित को पहले रखता है।

विकल्प 1: वैकल्पिक निर्यात बाजार

भारत अमेरिका में करीब 87 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट करता है, जिसमें लेदर, ज्वैलरी, टैक्सटाइल्स, कैमिकल्स, ऑटो पार्ट्स और मरीन प्रोडक्ट्स शामिल हैं। फार्मास्युटिकल्स, सेमीकंडक्टर्स और एनर्जी रिसोर्सेज को टैरिफ से छूट मिली है। भारत को अब यूरोप, अफ्रीका और साउथ ईस्ट एशिया जैसे वैकल्पिक बाजारों में निर्यात बढ़ाना होगा।

विकल्प 2: घरेलू उद्योग और सब्सिडी

यूएस बाजार में प्रतिस्पर्धा कठिन होने पर भारत घरेलू उद्योगों को सब्सिडी दे सकता है और घरेलू उपभोग बढ़ा सकता है। इससे टैरिफ का असर सीमित रहेगा।

विकल्प 3: रूस और अन्य सहयोगी

जैसे रूस से तेल आयात किया गया, भारत अपनी रुसी बाजार में हिस्सेदारी बढ़ा सकता है। रूस ने भी भारत के लिए अपनी इकोनॉमी खोलने का संकेत दिया है।

इन तीन विकल्पों से भारत आर्थिक और राजनीतिक संतुलन बनाए रखते हुए अमेरिकी टैरिफ का मुकाबला कर सकता है।

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