भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अगस्त 2025 की मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक के बाद रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि रेपो रेट 5.5% पर स्थिर रखी गई है और मौद्रिक नीति का रुख तटस्थ बना रहेगा। इससे बैंक लोन और ईएमआई पर कोई तत्काल असर नहीं पड़ेगा।
गवर्नर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। चालू वित्त वर्ष 2026 के लिए विकास दर का अनुमान 6.5% पर बरकरार रखा गया है। महंगाई दर के अनुमान को घटाकर 3.1% कर दिया गया है, जो पहले 3.7% थी।
गौरतलब है कि फरवरी से जून 2025 के बीच रेपो रेट में कुल 100 आधार अंकों की कटौती की गई थी। जून में खुदरा महंगाई 2.1% रही, जो छह साल का न्यूनतम स्तर है।
गवर्नर ने आगामी त्योहारी सीजन और अच्छे मानसून को अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक बताया। साथ ही वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत को स्थिर बुनियाद और नए अवसरों से लैस बताया।
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