Oropouche Virus: नए खतरे से दुनिया में दहशत


 

ब्रिटेन में पहली बार संक्रमण

ब्रिटेन में पहली बार ओरोपोश वायरस (OROV) के तीन मामले सामने आए हैं। यह वायरस अब तक ज्यादातर ब्राजील और उसके आसपास के क्षेत्रों में पाया जाता था। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने बताया कि सभी मरीज हाल ही में ब्राजील से लौटे थे।

लक्षण और गंभीर खतरा

संक्रमण के शुरुआती लक्षण मलेरिया जैसे होते हैं—तेज बुखार, सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द। दुर्लभ मामलों में यह वायरस मेनिन्जाइटिस (ब्रेन की सूजन) और इंसेफेलाइटिस का कारण बनकर मृत्यु तक का कारण बन सकता है। यह मच्छरों और कुछ अन्य कीटों के काटने से फैलता है।

वैश्विक स्थिति

1950 के दशक से मौजूद इस बीमारी से अब तक दुनियाभर में 12,000 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। केवल 2024–25 में ही ब्राजील, अमेरिका, कनाडा, क्यूबा, बारबाडोस और वेनेजुएला में नए मामले सामने आए हैं। इस साल की शुरुआत से ब्राजील में पांच मौतें भी हुई हैं।

संक्रमण से बचाव

विशेषज्ञ प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा करने वालों को DEET युक्त रिपेलेंट, सुरक्षात्मक कपड़े और मच्छरों से बचाव की सलाह दे रहे हैं। गर्भवती महिलाओं को खास सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है।

भारत में स्थिति

भारत में अभी तक ओरोपोश वायरस का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर निगरानी रख रहा है ताकि इसके प्रसार को रोका जा सके।

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