Migraine Control: दवाइयों से ज्यादा असरदार आदतें


 

अनुशासित जीवनशैली

माइग्रेन से पीड़ित कामकाजी महिलाओं के लिए घर, ऑफिस और रिश्तों के बीच संतुलन बनाना कठिन हो सकता है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि दवाइयों के साथ अनुशासित दिनचर्या और स्वस्थ आदतें माइग्रेन को काफी हद तक नियंत्रित कर सकती हैं।

सुबह की सही शुरुआत

रोज एक ही समय पर उठें और स्क्रीन से दूरी बनाए रखें। स्ट्रेचिंग, योग और प्राणायाम (अनुलोम-विलोम, भ्रामरी) तनाव घटाकर माइग्रेन की तीव्रता कम करते हैं।

पौष्टिक नाश्ता

खाली पेट रहना माइग्रेन को ट्रिगर करता है। ओट्स, दलिया, फल या मूंग दाल चीला जैसे हेल्दी विकल्प चुनें। ज्यादा कैफीन से बचें।

स्क्रीन का सही इस्तेमाल

लगातार स्क्रीन देखने से बचें। हर 30 मिनट बाद थोड़ी देर ब्रेक लें। सही बैठने की मुद्रा और आंखों के लेवल पर स्क्रीन रखना जरूरी है।

पानी और शांति

डिहाइड्रेशन माइग्रेन बढ़ाता है। दिनभर पर्याप्त पानी पिएं। तनाव कम करने के लिए गहरी सांस लें, टहलें या संगीत सुनें।

ट्रिगर पहचानें

तेज रोशनी, भूख, मौसमी बदलाव या स्क्रीन टाइम—हर व्यक्ति के ट्रिगर अलग होते हैं। इन्हें नोट करें और पहचानें।

नींद और आराम

7–8 घंटे की नींद माइग्रेन मरीजों के लिए दवा से कम नहीं। सोने से पहले स्क्रीन से दूर रहें और आरामदायक माहौल बनाएं।


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