E20 पेट्रोल से पुराने इंजन को नुकसान से बचाने का तरीका

भारत सरकार ने 2025 में पेट्रोल में 20% इथेनॉल (E20) मिलाने का लक्ष्य पूरा कर लिया है। अब लगभग हर पेट्रोल पंप पर E20 फ्यूल उपलब्ध है, जिसका मकसद कार्बन उत्सर्जन घटाना और पर्यावरणीय लक्ष्य हासिल करना है। हालांकि, BS-3 और उससे पुराने वाहनों पर इसके असर को लेकर चिंता बनी हुई है।

E20 से पुरानी गाड़ियों पर असर

पेट्रोलियम मंत्रालय का कहना है कि E20 से बड़े पैमाने पर परफॉर्मेंस ड्रॉप या इंजन डैमेज नहीं होता, लेकिन माइलेज में 3-6% तक कमी आ सकती है। इसके अलावा, हर 20-30 हजार किमी पर कुछ रबर पार्ट्स और इंजन गैसकेट बदलने पड़ सकते हैं। इथेनॉल की हाइग्रोस्कोपिक प्रॉपर्टी नमी सोखकर इंजन चेंबर, बटरफ्लाई वाल्व और रबर पार्ट्स पर चिपचिपा पदार्थ जमा कर देती है, जिससे फ्यूल इंजेक्टर को नुकसान हो सकता है।

Bajaj Auto का समाधान

Bajaj Auto ने सुझाव दिया है कि BS-3 और पुराने इंजन भी E20 पर चल सकते हैं, बशर्ते फ्यूल सिस्टम क्लीनर का इस्तेमाल किया जाए। कंपनी के अनुसार, एक फुल टैंक पेट्रोल में 40ml फ्यूल सिस्टम क्लीनर डालकर बाइक चलाने से इथेनॉल के हानिकारक प्रभाव काफी कम हो जाते हैं। यह क्लीनर पेट्रोल पंप और सर्विस सेंटर पर आसानी से मिलता है और इसकी कीमत लगभग ₹80-₹100 होती है।

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