कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की पहचान अब और आसान हो सकती है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक नई, सुरक्षित और रेडिएशन-फ्री तकनीक विकसित की है, जो कैंसर की शुरुआती अवस्था में ही उसे शरीर में डिटेक्ट कर सकती है—वो भी बिना किसी इंजेक्शन या सुई के। इस तकनीक को “गोल्ड स्टैंडर्ड प्रिसिजन इमेजिंग” कहा जा रहा है और इसे खास तौर पर मायलोमा जैसे ब्लड कैंसर के लिए बेहद कारगर पाया गया है।
ब्रिटेन के रॉयल मार्सडेन NHS फाउंडेशन ट्रस्ट और लंदन कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने मिलकर इस तकनीक को विकसित किया है, जिसमें मरीजों का पूरे शरीर का MRI स्कैन किया जाता है। रिसर्च के दौरान सामने आया कि हर तीन में से एक मरीज में, इलाज के बावजूद शरीर में कैंसर के अवशेष (MRD) मौजूद थे—जो केवल इसी तकनीक से पकड़े जा सके।
इस स्कैनिंग में कोई रेडिएशन नहीं होता, जिससे यह मरीजों के लिए पूरी तरह सुरक्षित और नॉन-इनवेसिव है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह तकनीक न केवल इलाज को और बेहतर बनाएगी, बल्कि सर्वाइवल रेट बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण साबित होगी।
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