अमेरिका-चीन के बीच रूस से तेल व्यापार पर नया विवाद


 ट्रंप का संभावित टैरिफ प्लान

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस से तेल खरीदने के लिए चीन पर टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। वेंस के अनुसार, चीन के साथ अमेरिका के रिश्ते जटिल हैं और टैरिफ लगाने से कई अन्य मामलों पर असर पड़ सकता है।

चीन की दो टूक प्रतिक्रिया
अमेरिका की टैरिफ धमकियों के बीच चीन ने रूस के साथ अपने ऊर्जा व्यापार का बचाव किया। चीनी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि रूस सहित दुनिया के सभी देशों के साथ आर्थिक, व्यापारिक और ऊर्जा सहयोग करना कानूनी रूप से वैध है। चीन ने कहा कि वह अपने राष्ट्रीय हितों के अनुसार तेल खरीद जारी रखेगा।

रूस से चीन का आयात
सीमा शुल्क आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में चीन का रूसी तेल आयात 10 अरब डॉलर से ज्यादा रहा, जो मार्च के बाद सबसे अधिक है। हालांकि, 2025 में अब तक कुल आयात पिछले साल की तुलना में 7.7% कम है।

भारत पर टैरिफ लागू
ट्रंप पहले ही भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त 25% टैरिफ लगा चुके हैं, जिससे कुल टैरिफ 50% हो गया है। भारत ने इसे अनुचित बताते हुए विरोध दर्ज कराया है।

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