ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग की सच्चाई


 आजकल छुट्टियां हों या बिजनेस ट्रिप, ज्यादातर लोग ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग पोर्टल्स का इस्तेमाल करते हैं। फ्लाइट टिकट, होटल रूम या टूर पैकेज – सब कुछ एक क्लिक पर मिल जाता है। लेकिन हाल ही में हुए एक सर्वे ने चौंकाने वाला सच सामने रखा है कि इन पोर्टल्स पर दी गई जानकारी हमेशा वास्तविकता से मेल नहीं खाती।

तस्वीरें बनाम हकीकत

कई बार पोर्टल्स पर होटल और रिसॉर्ट्स की तस्वीरें इतनी आकर्षक दिखाई जाती हैं कि ग्राहक तुरंत बुकिंग कर लेते हैं। लेकिन असलियत में कमरे छोटे निकलते हैं या दी गई सुविधाएं अधूरी होती हैं।

लोकेशन और ऑफर्स की सच्चाई

अक्सर होटल को “बीच से 500 मीटर दूर” बताया जाता है, जबकि वास्तव में वह कई किलोमीटर दूर होता है। इसी तरह, कई डिस्काउंट ऑफर्स शर्तों के साथ आते हैं, जिनकी जानकारी साफ नहीं दी जाती।

सर्वे के नतीजे

  • 60% यात्रियों को होटल की सुविधाएं विज्ञापित जानकारी से अलग मिलीं

  • 40% का “सी व्यू रूम” असल में पार्किंग व्यू निकला

  • 30% ने शिकायत की कि अतिरिक्त चार्ज की जानकारी पहले नहीं दी गई

यात्रियों के लिए सावधानियां

  • हमेशा कस्टमर रिव्यू पढ़ें

  • होटल की ऑफिशियल वेबसाइट चेक करें

  • डिस्काउंट की शर्तें और नियम ध्यान से पढ़ें

  • गूगल मैप्स पर लोकेशन देखें

  • संदेह होने पर कस्टमर केयर से बात करें

ऑनलाइन बुकिंग आसान है, लेकिन सही जानकारी के लिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

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