जन्माष्टमी पर विशेष: पंचामृत का सही तरीका और महत्व

जन्माष्टमी का पर्व आ गया है और इस बार 16 अगस्त को पूरे भारत में यह पावन दिन बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाएगा.
इस दिन घरों और मंदिरों को सजाया जाता है, झांकियां सजती हैं, भजन-कीर्तन होते हैं और रात्रि 12 बजे कान्हा जी को झूला झुलाया जाता है. कन्हैया के लिए कई तरह के भोग बनाए जाते हैं, लेकिन इनमें सबसे खास होता है पंचामृत.

पंचामृत बनाने की प्रक्रिया
पंचामृत पाँच पवित्र चीज़ों से बनता है—दूध, दही, शहद, घी और मिश्री. इसे बनाने के लिए एक बाउल में सबसे पहले शहद लें, फिर उससे दोगुना घी, फिर उससे दोगुनी मिश्री या चीनी, फिर दही और सबसे अंत में सबसे ज़्यादा मात्रा में दूध डालें.

तुलसी पत्ता डालें 
अब इसमें तुलसी का पत्ता मिलाएं और आपका पंचामृत तैयार है, जो न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि हेल्दी भी.

तो इस जन्माष्टमी, लड्डू गोपाल को अर्पित करें घर पर बना शुद्ध पंचामृत और मनाएं श्रीकृष्ण का जन्म उत्सव पूरी श्रद्धा के साथ.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ