अमेरिका और यूरोप रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए शांति समझौते की कोशिश कर रहे हैं। सवाल है कि अगर यह समझौता होता है तो यूक्रेन को किस तरह की सुरक्षा गारंटी दी जाएगी और रूस का रुख क्या होगा।
ट्रंप की पहल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से मुलाकात के बाद जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं से चर्चा की। ट्रंप ने संघर्ष विराम के बजाय सीधे शांति समझौते पर जोर दिया और कहा कि यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी दी जानी चाहिए।
यूक्रेन की मांग
जेलेंस्की चाहते हैं कि सहयोगी देश यूक्रेन में सैन्य मौजूदगी बनाएँ, खुफिया सहयोग दें और आधुनिक हथियार व आर्थिक मदद उपलब्ध कराएँ। साथ ही हवाई सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट भी सुरक्षा का हिस्सा हो सकता है।
यूरोप और अमेरिका की भूमिका
यूरोपीय देश सुरक्षा की पहली जिम्मेदारी लेंगे, जबकि अमेरिका समन्वयक की भूमिका निभाएगा। ट्रंप ने नाटो सदस्यता और अमेरिकी सैनिक भेजने से इनकार किया, लेकिन सीमित हवाई सुरक्षा के संकेत दिए।
रूस का रुख
रूस पश्चिमी सेना की मौजूदगी का विरोध करता है और डोनबास पर कब्जा व यूक्रेन का असैन्यीकरण उसकी शर्त है। ऐसे में किसी भी सुरक्षा गारंटी पर सहमति रूस की शर्तें मानने पर निर्भर करेगी।
0 टिप्पणियाँ