यूएस और फ्रेंच वैज्ञानिकों ने एक नया इंट्रिन्सिक कैपेसिटी (IC) टेस्ट विकसित किया है, जो जीवनकाल और उम्र बढ़ने की गुणवत्ता का अनुमान लगा सकता है। यह टेस्ट चलने, सोचने, देखने, सुनने और याद रखने जैसी क्षमताओं को मापकर स्वास्थ्य का आकलन करता है।
कैसे काम करता है यह टेस्ट?
पहले आईसी मापना महंगा और समय लेने वाला था, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने रक्त या लार-आधारित टेस्ट तैयार किया है। इसमें डीएनए मिथाइलेशन पैटर्न की जांच की जाती है, जिससे जैविक उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति का पता चलता है।
अध्ययन के नतीजे
10 साल के अध्ययन में 20–102 वर्ष के 1,000 से अधिक लोगों को ट्रैक किया गया। उच्च आईसी स्कोर वालों की उम्र औसतन 5.5 वर्ष अधिक पाई गई, उनके फेफड़े, हड्डियां और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर था। कम स्कोर वाले लोगों में हृदय रोग, स्ट्रोक और समय से पहले मृत्यु का जोखिम ज्यादा था।
आहार की भूमिका
उच्च आईसी स्कोर वालों का आहार बेहतर पाया गया—वे फैटी फिश ज्यादा और चीनी कम लेते थे। फैटी फिश में मौजूद ओमेगा-3 सूजन कम करता है और तंत्रिकाओं की रक्षा करता है, जबकि ज्यादा चीनी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह टेस्ट न केवल उम्र का अनुमान लगाता है, बल्कि भविष्य के स्वास्थ्य जोखिमों की पहचान में भी मदद करता है।
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