हर साल बढ़ता खतरा
मानसून के मौसम में मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। भारत में जुलाई से अक्टूबर तक अस्पतालों में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की भीड़ देखी जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लाखों लोग सिर्फ मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों की चपेट में आकर जान गंवा देते हैं।
डेंगू: जानलेवा वायरल संक्रमण
डेंगू एडीज एजिप्टी मच्छर से फैलता है। दुनियाभर में हर साल लगभग 40 करोड़ लोग इसकी चपेट में आते हैं। लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शामिल है। गंभीर स्थिति में प्लेटलेट्स तेजी से घटते हैं और आंतरिक रक्तस्राव हो सकता है। डेंगू का कोई स्थायी इलाज नहीं है, केवल लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए दवाएं दी जाती हैं।
चिकनगुनिया: महीनों तक असर
चिकनगुनिया भी डेंगू जैसा ही खतरनाक है। इसमें अचानक तेज बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते और जोड़ों में दर्द होता है। कई मरीज महीनों तक चलने-फिरने में असमर्थ रहते हैं। इसका भी कोई विशेष इलाज या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
कैसे बचें?
इन बीमारियों से बचाव ही सबसे बड़ा उपाय है। मच्छरों से बचें, पानी जमा न होने दें, मच्छरदानी और रिपेलेंट का इस्तेमाल करें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
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