क्या आप भी हर पूजा के बाद बची हुई राख को यूं ही फेंक देते हैं? अगर हां, तो आज की ये कहानी आपकी सोच बदल देगी।
हिंदू धर्म में हर वस्तु का एक आध्यात्मिक महत्व होता है यहां तक कि वो राख भी, जो हवन या दीपक के जलने के बाद बचती है।
मान्यता है कि यह राख सिर्फ जली हुई लकड़ी नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भंडार होती है। इसमें देवी-देवताओं की कृपा और आपके संकल्पों की शक्ति समाहित होती है।
कुछ परंपराओं में इस राख को माथे पर तिलक की तरह लगाया जाता है इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मन में शांति आती है।
राख को तुलसी के पौधे में डालने से वह और भी शुभ फल देता है। वहीं, इसे घर के द्वार पर छिड़कने से दुर्भाग्य पास नहीं फटकता।
तो अगली बार जब पूजा करें, तो राख को कूड़े में मत फेंकिए। इसे श्रद्धा से संभालिए हो सकता है यही आपकी किस्मत का दरवाज़ा खोल दे।
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