भारतीयों में स्किन कैंसर का खतरा और बचाव का 'ABCDE' फॉर्मूला


 

भारतीयों में कितना खतरा?

भारत में स्किन कैंसर के मामले पश्चिमी देशों की तुलना में कम हैं, लेकिन बदलती जीवनशैली, प्रदूषण और सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों के बढ़ते प्रभाव से खतरा बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता की कमी के कारण कई बार इसका पता देर से चलता है।

स्किन कैंसर के मुख्य कारण

अत्यधिक धूप में रहना, सनस्क्रीन का इस्तेमाल न करना, कमजोर इम्यूनिटी और जेनेटिक कारण स्किन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। शहरी इलाकों में बढ़ती आउटडोर गतिविधियाँ और प्रदूषण भी इसे बढ़ावा देते हैं।

‘ABCDE’ फॉर्मूला क्या है?

कैंसर विशेषज्ञों के अनुसार, स्किन कैंसर की शुरुआती पहचान के लिए ‘ABCDE’ फॉर्मूला बेहद कारगर है:

  • A (Asymmetry): तिल या दाग-धब्बा असमान आकार का हो।

  • B (Border): किनारे अनियमित और फैले हुए दिखें।

  • C (Color): रंग गहरा, धब्बेदार या कई रंगों का हो।

  • D (Diameter): आकार 6 मिमी से बड़ा हो।

  • E (Evolving): समय के साथ आकार, रंग या ऊंचाई बदल रही हो।

बचाव के उपाय

सूरज की तेज रोशनी से बचना, सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना और शरीर पर नए या बदलते तिलों की नियमित जांच कराना जरूरी है। समय रहते पहचान होने पर स्किन कैंसर का सफल इलाज संभव है।

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