मानसून का मौसम जहां एक तरफ़ ठंडक और राहत लाता है, वहीं दूसरी तरफ़ बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है. हवा में नमी, बदलता तापमान और वायरस-बैक्टीरिया की बढ़ी हुई सक्रियता, ये सभी मिलकर सर्दी, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं पैदा करते हैं.
अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है, जैसे बच्चों, बुज़ुर्गों या पहले से बीमार लोगों की, तो आपको सावधानी ज़रूरी है. बारिश में भीगना, गीले कपड़े पहनना या बार-बार AC का इस्तेमाल करना सर्दी-जुकाम को बढ़ा सकता है.
तो कोल्ड और वायरल फीवर से बचना है तो ये 6 बातें ज़रूर अपनाइए-
1️ बारिश में भीगने पर तुरंत कपड़े बदलें और गर्म पानी से स्नान करें
2️ हल्दी वाला दूध, तुलसी-अदरक की चाय और काढ़ा पीना शुरू करें
3️ विटामिन C से भरपूर फल जैसे नींबू, आंवला और संतरा डाइट में शामिल करें
4️ ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक से दूर रहें
5️ दिन में एक बार भाप ज़रूर लें, खासकर गले में खराश होने पर
6️ और सबसे जरूरी लक्षण बढ़ने पर घरेलू इलाज नहीं, डॉक्टर से सलाह लें
साफ-सफाई रखें, हाथ धोते रहें और मौसम में बदलाव के साथ खुद को ढालें. मानसून का मज़ा लें, लेकिन सेहत के साथ समझौता नहीं.
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