ऋषि पंचमी 2025: स्त्रियों के लिए पवित्र व्रत


 

ऋषि पंचमी कब है?

वर्ष 2025 में ऋषि पंचमी का दिन 28 अगस्त को मनाया जाएगा। यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और पवित्र ऋषियों की पूजा के माध्यम से अनजाने में किए गए पापों और दोषों से मुक्ति दिलाने का अवसर देता है।

महत्व और पौराणिक कथा

ऋषि पंचमी का पर्व पौराणिक कथाओं के अनुसार सप्तर्षियों और उनके ज्ञान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। महिलाओं के मासिक धर्म से जुड़ी पवित्रता और सामाजिक रीति-रिवाजों के कारण यह व्रत विशेष महत्व रखता है।

पूजन की विधि

इस दिन महिलाएं स्वच्छ स्नान करके घर के पूजास्थल को सजाती हैं। हल्दी, कुमकुम, फूल और दीपक से ऋषियों की मूर्तियों या चित्रों की पूजा की जाती है। व्रती महिलाएं फल, दूध, खीर और तिल का भोग चढ़ाती हैं और विशेष मंत्रों का जप करती हैं।

व्रत का लाभ

ऋषि पंचमी का व्रत करने से महिलाओं को मानसिक शांति, पापों से मुक्ति और आत्मिक शुद्धि प्राप्त होती है। इसे करने से पारिवारिक सुख, स्वास्थ्य और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

निष्कर्ष

28 अगस्त 2025 को मनाया जाने वाला यह व्रत स्त्रियों के लिए आत्मा और शरीर दोनों को शुद्ध करने का अवसर है। इसे श्रद्धा और नियमपूर्वक करना चाहिए।

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