सोने ने शेयरों को पीछे छोड़ा: साल 2025 में 27% की बढ़त


 

सोने का प्रदर्शन

इस साल सोने (Gold) ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, वैश्विक अनिश्चितताओं और टैरिफ के प्रभाव के बीच सोने की कीमत इस साल अब तक 27% तक बढ़ गई है। तुलना करें तो शेयर और बॉन्ड इस साल सिर्फ सीमित रिटर्न दे पाए हैं। भारत में बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने लगभग 6% बढ़त दी, जबकि वैश्विक बाजार में एसएंडपी 500 ने 8% और नैस्डेक ने 10% रिटर्न दिया।

पिछले 10 सालों का रुझान

पिछले एक दशक में सोने ने औसतन 11% का रिटर्न दिया है। 10 साल पहले सोने का भाव 1,111 डॉलर प्रति औंस था, जो अब बढ़कर 3,350 डॉलर प्रति औंस हो गया है।

तेजी के कारण

सोने की कीमत बढ़ने के कई कारण हैं:

  • वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव

  • केन्द्रीय बैंकों की रिकॉर्ड खरीदारी

  • युद्ध जैसी परिस्थितियां

  • अमेरिकी टैरिफ और बढ़ता ऋण

भविष्य की दिशा

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3,375 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है, जबकि भारत में 10 ग्राम का भाव 1,00,450 रुपये है। आगे की राह अमेरिकी अर्थव्यवस्था और वैश्विक व्यापार की स्थिति पर निर्भर करेगी। अगर अनिश्चितताएं बनी रहती हैं, तो सोने की कीमत और ऊंचाई छू सकती है।

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