17,000 करोड़ रुपये के कथित लोन फ्रॉड मामले में अनिल अंबानी और उनके रिलायंस ग्रुप की कंपनियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जांच तेज कर दी है। अब इस केस में सिर्फ अनिल अंबानी ही नहीं, बल्कि 12-13 बैंकों से भी पूछताछ की संभावना जताई जा रही है। ED ने इन बैंकों को पत्र भेजकर रिलायंस हाउसिंग फाइनेंस, रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस को दिए गए लोन की स्वीकृति प्रक्रिया, लोन चूक की समय-सीमा और वसूली के प्रयासों की पूरी जानकारी मांगी है।
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