RSS नेताओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भगवान शिव को लेकर आपत्तिजनक कार्टून और टिप्पणियों के आरोपी कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने अग्रिम जमानत की मांग करते हुए याचिका दाखिल की है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने सोमवार को सुनवाई करने की बात कही है।
हेमंत की ओर से वकील वृंदा ग्रोवर ने मामला जस्टिस सुधांशु धुलिया और जस्टिस जोयमाल्या बागची की बेंच के सामने रखा। उन्होंने बताया कि विवादित कार्टून 2021 में पोस्ट किए गए थे, जबकि एफआईआर इस साल मई में दर्ज की गई। एफआईआर में BNS की धाराएं लगाई गई हैं जिनमें अधिकतम तीन साल की सजा का प्रावधान है। बावजूद इसके, हाई कोर्ट की इंदौर बेंच ने 8 जुलाई को अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
RSS कार्यकर्ता और वकील विनय जोशी ने इंदौर के लसूड़िया थाना में हेमंत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया गया है कि हेमंत ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। हाई कोर्ट ने उनके कार्टूनों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग माना।
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