शानदार नतीजे, फिर भी शेयर लुढ़के
Paytm की पैरेंट कंपनी One97 Communications ने FY26 की पहली तिमाही में ₹123 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया — जो कि कंपनी के लिस्टिंग के बाद पहली बार हुआ है। बीते साल इसी तिमाही में कंपनी को ₹839 करोड़ का घाटा हुआ था। इसके बावजूद 23 जुलाई को पेटीएम के शेयर करीब 3% गिर गए।
गिरावट की वजह क्या है?
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प्रॉफिट बुकिंग: जब कोई स्टॉक लंबी अवधि में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो तिमाही नतीजों के बाद निवेशक मुनाफा बुक करने लगते हैं। पेटीएम के शेयर एक साल में 132% उछले हैं, इसलिए यह गिरावट स्वाभाविक सुधार मानी जा रही है।
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मिश्रित विश्लेषक रेटिंग्स: जेफरीज और बर्नस्टीन जैसी ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म्स ने टारगेट प्राइस बढ़ाकर ₹1250 और ₹1100 कर दिया है, लेकिन मैक्वेरी ने इसे अंडरपरफॉर्म बताते हुए टारगेट ₹760 रखा है, जिससे बाजार में धारणा में असमंजस बना है।
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वित्तीय अनिश्चितता: हालांकि मुनाफा हुआ है, लेकिन कंपनी की स्थिर लाभप्रदता को लेकर अभी भी संदेह बना हुआ है।
निवेशकों के लिए क्या विकल्प हैं?
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दीर्घकालिक निवेशक: अगर आपने पहले से निवेश कर रखा है और आपको कंपनी के फंडामेंटल्स पर भरोसा है, तो बने रहना बेहतर विकल्प हो सकता है।
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नए निवेशक: गिरावट के इस मौके पर निवेश करने से पहले ब्रोकरेज हाउस की रेटिंग और कंपनी की आगे की रणनीति को ध्यान से समझना जरूरी है।
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ट्रेडर्स: शॉर्ट टर्म के लिए शेयर में वोलाटिलिटी बनी रहेगी, इसलिए रिस्क-मैनेजमेंट ज़रूरी है।
निष्कर्ष
Paytm ने भले ही मुनाफा कमाया हो, लेकिन शेयर बाज़ार सिर्फ आंकड़े नहीं, उम्मीदों और विश्वास पर चलता है। ऐसे में निवेश से पहले संतुलित विश्लेषण जरूरी है।
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