अमेरिकी सांसद और हाउस सेलेक्ट कमेटी ऑन द चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (SCCCP) के अध्यक्ष जॉन मुलेनार ने हाल ही में चीन को H20 चिप्स बेचने की अनुमति पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि यह कदम अमेरिकी टेक्नोलॉजी को वैश्विक मानक बनाने और कंपनियों को राजस्व देने के मकसद से सही हो सकता है, लेकिन यह राष्ट्रीय सुरक्षा की कीमत पर नहीं होना चाहिए।
मुलेनार ने चेतावनी दी कि H20 चिप्स चीनी सेना (PLA) के हाथों में पहुंच सकती हैं, जो उन्हें उन्नत AI मॉडल चलाने में सक्षम बना देंगी। उनका कहना है कि H20 चिप्स, चीनी स्वदेशी तकनीक से कहीं अधिक शक्तिशाली हैं, और PLA के सुपरकंप्यूटर में इनकी पहुंच "जब" नहीं बल्कि "कब" की बात है।
उन्होंने DeepSeek कंपनी का उदाहरण दिया, जिसने अमेरिकी AI मॉडल्स की अवैध पहुंच से कम लागत में उन्नत तकनीक विकसित की है। अप्रैल 2025 की SCCCP रिपोर्ट के अनुसार, इस विकास में अमेरिकी H20 चिप्स की भी अहम भूमिका रही है।
मुलेनार ने जोर दिया कि अमेरिका को सिर्फ AI हार्डवेयर ही नहीं, बल्कि सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में भी वैश्विक अगुवा बनना होगा। उन्होंने कहा, “अगर हमें AI की वैश्विक दौड़ जीतनी है, तो यह सुनिश्चित करना होगा कि अमेरिकी सेना, न कि चीन की PLA, इस क्षेत्र में बढ़त बनाए।”
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