म्यांमार के सागाइंग प्रांत में हुआ हमला
असम के उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA-I) ने आरोप लगाया है कि भारत ने म्यांमार स्थित उसके कैंप पर ड्रोन और मिसाइल स्ट्राइक की है। संगठन के मुताबिक, सागाइंग प्रांत के वकथाम बस्ती में स्थित कैंप नंबर 779 और होयात बस्ती के ईस्टर्न हेडक्वार्टर को निशाना बनाया गया।
टॉप कमांडर की मौत का दावा
उल्फा ने दावा किया कि इस हमले में उसके टॉप कमांडर नयन मेधी उर्फ नयन असोम सहित कई उग्रवादी मारे गए हैं। बताया गया कि जब नयन का अंतिम संस्कार हो रहा था, तभी दूसरा हमला हुआ और उसमें अन्य कमांडर मारे गए।
भारत और म्यांमार की प्रतिक्रिया
भारतीय थलसेना और वायुसेना ने इस तरह की किसी भी क्रॉस-बॉर्डर स्ट्राइक से इनकार किया है। म्यांमार की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
परेश बरुआ पर भी निगाहें
उल्फा प्रमुख परेश बरुआ पिछले कई वर्षों से लापता है। माना जाता है कि वह चीन-म्यांमार सीमा या बांग्लादेश में छिपा है। उस पर एनआईए ने हाल ही में चार्जशीट दाखिल की थी।
2015 जैसी कार्रवाई की चर्चा
गौरतलब है कि 2015 में भारत ने म्यांमार सीमा के भीतर जाकर एनएससीएन (आई) के उग्रवादियों पर कार्रवाई की थी, जिसकी आधिकारिक पुष्टि की गई थी।
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