हाल के वर्षों में स्कूलों में नकल को लेकर AI पर बहस हुई थी, लेकिन अब यह तकनीक किशोरों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुकी है। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, किशोर AI को अब सिर्फ जानकारी के लिए नहीं, बल्कि भावनात्मक सहारा, दोस्ती और सलाहकार के रूप में भी उपयोग कर रहे हैं।
हर सवाल का जवाब देता साथी
15 वर्षीय काइला चेगे जैसे छात्र रोजमर्रा के फैसले—जैसे शॉपिंग, पार्टी प्लानिंग या रिश्तों—के लिए ChatGPT का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका मानना है कि आज का युवा AI की मदद से सोचने से बच रहा है।
AI से बन रही भावनात्मक लगाव
Common Sense Media की रिपोर्ट में सामने आया कि 70% किशोरों ने AI कंपैनियन का इस्तेमाल किया है, जबकि 31% किशोरों को AI से बातचीत असली दोस्तों जितनी संतोषजनक लगती है। कुछ मामलों में तो ब्रेकअप के मैसेज तक AI से लिखवाए जा रहे हैं।
खतरे की घंटी
AI का उपयोग अब भावनात्मक और यौन जिज्ञासाओं की पूर्ति तक पहुंच गया है। SpicyChat जैसे वयस्क एप्स भी किशोरों में लोकप्रिय हो रहे हैं, जिससे मनोवैज्ञानिक चिंताएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह रुझान किशोरों की सोचने और सामाजिक जुड़ाव की क्षमता को कमजोर कर सकता है।
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